मुजफ्फरपुर : नगर निगम के आर्थिक से रूप से सशक्त हुए बगैर विकास नहीं हो सकता है. एेसे में पहले नगर निगम खुद को आर्थिक रूप से सशक्त बनाये, इसके बाद आर्थिक रूप आवश्यकता पानी, सफाई आदि को शहर को दूर किया जा सकेगा. सभी योजनाओं का लाभ लाभुक तक पहुंचे, इसके लिए जरूरी है कि लाभुक को योजनाओं की सही जानकारी मिले व पारदर्शी व्यवस्था के तहत उनका हक उनतक पहुंचाया जा सके. उक्त बातें नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने रविवार को शहरी स्वच्छता नियोजन व प्रबंधन विषय पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही.
कार्यशाला का आयोजन यूरोपियन यूनियन द्वारा समर्थित सक्रिय नागरिक, क्रियाशील शहर कार्यक्रम अंतर्गत प्रिया संस्था की ओर से किया गया था. इसका उद्देश्य शहरी गरीबों का सशक्तिकरण व उन्हें शहरी स्वच्छता नियोजन व प्रबंधन से जोड़ना है.
इस दौरान डिप्टी मेयर मान मर्दन शुक्ला ने कहा कि योजनाओं के निर्माण में जनता के पक्ष को कम व अधिकारी के तकनीकी ज्ञान को अधिक महत्व दिया जाता है. इसलिए योजनाएं जमीनी स्तर पर अपेक्षित लाभ नहीं दे पाती हैं. जब जन भागीदारी होगी, तभी पूरा विकास होगा.
नगर आयुक्त संजय दूबे ने नगर निगम में ठोस कचरा प्रबंधन को लेकर किये जा रहे कार्यों के बारे में बताया और पार्षदों के वार्ड में ठोस कचरा प्रबंधन के लिए केंद्र बनाये जाने में सहयोग करने को कहा. वहीं, वक्ताओं ने कहा कि इसके लिए जागरूकता फैलाने की जरूरत है. जनभागीदारी सुनिश्चित होने पर ही सही समय पर सही लोगों को लाभ मिलेगा.
मुख्य वक्ताओं में मेयर सुरेश कुमार, डॉ वंदन विजय लक्ष्मी, डॉ डीके दास, रंजन कुमार सिंह, वीरेंद्र सिंह, सिटी मैनेजर रविशचंद्र वर्मा, प्रिया संस्था के विकास सिंह आदि शामिल थे. संचालन पीओ रश्मि रंजन ने किया. इस मौके पर पेटिंग, कविता व निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. निबंध में निखिल झा, नाएमा, सूरज राम, कविता में अमृतेश, मणि राज, बुलबुल कुमारी, पेटिंग में अमन, नायेला, बद्री विशाल प्रथम, द्वितीय व तृतीय विजेता रहे, इन्हें पुरस्कृत किया गया.
इसके अलावा छात्र संघ के नेता अभेद आनंद, अनामिका कुमारी, सोनाली कुमारी को भी पुरस्कृत किया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने में आंजनेय कुमार, त्रिपुरारी, विश्वास, राजीव, पूजा, जहान्वी, सत्यांशु की सराहनीय
भूमिका रही.