कामयाबी. अिहयापुर में शादी समारोह से पुिलस ने दबोचा
मुजफ्फरपुर/मोतिहारी : नेपाल के अंबानी कहे जाने वाले उद्योगपति सुरेश केडिया के अपहरण में शामिल अश्विनी दूबे व अभिषेक दूबे को विशेष पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया. दोनों की गिरफ्तारी अहियापुर इलाके में एक शादी समारोह से की गयी.
सोमवार को दोनों चकिया में एक व्यवसायी से कैश लूटने की योजना बना चुके थे. इस दौरान पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों को दबोच लिया. उनके पास से नाइन एमएम का सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल व तीन कारतूस बरामद हुआ है. खगड़िया में तैनात एक जमादार का पुत्र अभिषेक पर कई मामले दर्ज हैं.
दोनों रक्सौल के रेलवे गार्ड आनंद मोहन के अपहरण में भी शामिल थे. एसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि बेतिया न्यायालय परिसर में मारे गये बबलू दूबे के इशारे पर दोनों आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते थे. उसकी हत्या के बाद दोनों ने अपना एक अलग गिरोह बना लिया था. उन्होंने बताया कि अश्विनी मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाने के पैगंबरपुर गांधी नगर रोड नंबर दो कोल्हुआ का रहने वाला है. अभिषेक कुमार उर्फ गोलू दूबे मुजफ्फरपुर के साहेबगंज के राजेपुर का है.
दोनों पर उद्योगपति सुरेश केडिया व रेलवे गार्ड आनंद मोहन अपहरण कांड के अलावा कल्याणपुर के हीरा छपरा में कुख्यात कुणाल सिंह गिरोह से गैंगवार, चकिया में आर्म्स एक्ट, साहेबगंज में बंधन बैंक कर्मी की हत्या के बाद कैश लूट, साहेबगंज में स्वर्ण व्यवसायी से लूट के अलावा विभिन्न थानों में एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं. छापेमारी टीम का नेतृत्व चकिया डीएसपी शैलेंद्र कुमार सिन्हा ने किया. टीम में चकिया इंस्पेक्टर संजय कुमार, पीपरा थानाध्यक्ष संतोष कुमार, पीपराकोठी थानाध्यक्ष अभिषेक रंजन, राजेपुर थानाध्यक्ष ललित कुमार, मधुबन थानाध्यक्ष अमित कुमार सहित अन्य शामिल थे.
नेपाल में छिप कर देते थे घटना को अंजाम
बबलू दूबे की हत्या के बाद अश्विनी दूबे व गोलू दूबे उसके भाई डबलू दूबे के साथ जुड़ गये थे. सूत्र बताते हैं कि मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, सीतामढ़ी और नेपाल से सटे बॉर्डर इलाके में अापराधिक वारदात को अंजाम देते थे. घटना को अंजाम देने के बाद वह नेपाल में छिप जाते थे. वहीं, मुजफ्फरपुर आने के बाद कांटी थाना क्षेत्र स्थित दामोदरपुर उसका ठिकाना हुआ करता था.
नेपाल के उद्योगकेडिया को किया था बबलू गिरोह के हवाले
पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि सुरेश केडिया का अपहरण के बाद उन्हें बबलू गिरोह के हवाले किया गया था. दोनों ने साथ में रहे कई अन्य अपराधियों के नाम का भी खुलासा किया है.
पुलिस मुखबिर को मारी थी गोली
साहेबगंज के राजेपुर निवासी गोलू दूबे ने दो माह पहले पुलिस के एक मुखबिर को गोली मार दी थी. इसके साथ ही हाल में साहेबगंज, मोतीपुर, बरूराज, देवरिया, कांटी थाना क्षेत्र में दर्जनों लूट व छिनतई की घटना को अंजाम दे चुका है.