मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर के निलंबित एसएसपी विवेक कुमार की ससुराल मुजफ्फरनगर में जांच के पांचवें दिन जब एसवीयू की विशेष टीम लौटने की तैयारी में थी, तभी दो अन्य बैंकों के लॉकरों का पता चला. शुक्रवार को इन दोनों बैंक लॉकरों को खोला गया. ये दोनों लॉकर उनकी सास उमा रानी कर्णवाल और ससुर वेद प्रकाश कर्णवाल के संयुक्त नाम से हैं.
इनमें बैंक ऑफ बड़ौदा में मौजूद एक लॉकर से बड़ी संख्या में विदेशी मुद्राएं मिली हैं. इनमें 1685 कनाडा डॉलर, 498 अमेरिकी डॉलर और 268 मलयेशियाई रिनगीट शामिल हैं. इसके अलावा 11.76 लाख के करीब 480 ग्राम के सोने और 17 हजार मूल्य के 570 ग्राम चांदी के गहने मिले हैं. इसी लॉकर में एक दूसरे बैंक लॉकर की चाबी रखी मिली है, जो विजया बैंक की थी. इसे खोलने पर 10.75 लाख के एफडी (फिक्स डिपॉजिट) के कागजात और 9.61 लाख के 400 ग्राम सोने के गहने मिले हैं. फिलहाल इन सभी मामलों की जांच चल रही है. अब तक इनकी ससुराल मुजफ्फरनगर से 1.76 करोड़ के एफडी और 50 लाख से ज्यादा के गहने बरामद हो चुके हैं.
अवैध तरीके से बरामद विदेशी मुद्राओं की वजह से इन पर फेमा (फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट) के तहत मामला दर्ज होना तय माना जा रहा है. इस कानून के तहत विदेशी मुद्रा का उपयोग किसी रूप में करने या इसका गलत उपयोग करने के मामले में मामला दर्ज कर कार्रवाई कीजाती है.
निलंबित एसएसपी के…
मुजफफरपुर में छापेमारी खत्म, पटना लौटी टीम
निलंबित एसएसपी विवेक कुमार के आवास पर विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) टीम की मैराथन छापेमारी शुक्रवार की शाम साढ़े छह बजे समाप्त हो गयी. करीब 102 घंटे की जांच में विवेक कुमार और उनके परिजनों की 6.47 करोड़ की संपत्ति का खुलासा हुआ है. एसवीयू ने पटना के निगरानी थाने में आय के ज्ञात स्रोत से 2.06 करोड़ रुपये की ज्यादा संपत्ति अर्जित करने की प्राथमिकी 15 अप्रैल को दर्ज की थी. मुजफ्फरपुर, यूपी के सहारनपुर स्थित आवास और मुजफ्फरनगर ससुराल से नकद समेत 4.39 करोड़ की संपत्ति मिली है. वही एसएसपी आवास से 9एमएम का देसी कार्बाइन, कार्टिरेज व पुराने नोट की बरामदगी में अलग से प्राथमिकी नगर थाने में दर्ज की गयी है.
एसवीयू ने सोमवार की दोपहर से विवेक कुमार के तीन ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की थी. पांच दिनों से एसवीयू की टीम एसपी एके शर्मा के नेतृत्व में लगातार एसएसपी आवास में जमी थी. इस दौरान पूरे आवास को बीएमपी के जवानों ने घेर लिया था. करीब दर्जन भर लोगों को बुलाकर टीम ने पूछताछ भी की. मुजफ्फरपुर आवास से भी 7,69,280 लाख कैश की भी बरामदगी हुई थी.
एफडी संख्या बढ़ कर 96 और लॉकर आठ
निलंबित एसएसपी के पास अब तक 96 फिक्स डिपॉजिट (एफडी) के अलावा 18 बैंक एकाउंट, आठ बैंक लॉकर, 50 से ज्यादा किसान विकास पत्र (केवीपी) और तीन प्लॉट के कागजात मिले हैं. इनके 96 एफडी में 1.76 करोड़ और 50 केवीपी में पांच लाख (सभी 10-10 हजार के) रुपये जमा हैं, जबकि करीब 50 लाख रुपये के गहने बरामद हुए हैं. इनके पास मुजफ्फरनगर के सिखेरा, जनसथ में जमीन के तीन प्लॉट मिले हैं. इनमें 0.64 हेक्टेयर का एक प्लॉट पत्नी के नाम पर है. दो अन्य प्लॉट में एक 200 यार्ड का है, जो उनके स्वयं के नाम पर है. 15 कट्ठे के एक प्लॉट का उल्लेख उन्होंने कहीं नहीं किया है.
यूपी के मुजफ्फरनगर में ही इनके सास-ससुर के नाम पर दो अन्य बैंक लॉकरों का चला पता
एक लॉकर में कनाडा, यूएस और मलयेशिया देशों की मिलीं मुद्राएं, 10.75 लाख का एफडी भी मिला
सोने और चांदी के करीब 22 लाख के जेवरात भी मिले
फरार रीडर की तलाश में गया में कई स्थानों पर छापा
इस मामले में एसएसपी के रीडर दिनेश कुमार यादव छापेमारी शुरू होने वाले दिन से ही लापता हैं. उनकी तलाश में गया के चिरैयाटांड इलाके स्थित उनके पैतृक आवास के अलावा अन्य कई स्थानों पर छापेमारी की गयी है. गया में उनकी तलाश में तीन-चार स्थानों पर छापेमारी की गयी, लेकिन वह मिले नहीं. उनकी तलाश कारबाइन मामले की हकीकत और शराब से जुड़े मामले की पूछताछ करने के लिए की जा रही है. उनकी गोपनीय शाखा की अलमारी से बरामद एक कारबाइन के अलावा एक मैगजीन और इसी हथियार के दो खोखे भी मिले हैं. इस अवैध हथियार से कहां और कब फायरिंग की गयी, इसकी जांच भी चल रही है. अवैध हथियार मामले में एफआईआर दर्ज करने से पहले उनके रीडर से पूछताछ करना जरूरी समझा जा रहा है.