हथौड़ी: कटरा प्रखंड की बेरई उत्तरी पंचायत के वार्ड संख्या चार को रविवार को ओडीएफ घोषित कर दिया गया, लेकिन वहां की सच्चाई कुछ और ही बयां कर रही है. वार्ड 4 के ही ग्रामीण नासरीन बेगम, मोलाजिम, रजी अहमद आदि लोग का कहना है कि हमारे घरों में शौचालय नहीं है. जिस दिन वार्ड चार को ओडीएफ घोषित किया गया, उस दिन हम लोग मौके पर पहुंचे अधिकारियों से शिकायत की. लेकिन कुछ भी नहीं हुआ. कागज पर ही वार्ड को ओडीएफ घोषित कर दिया गया. अगर इसकी जांच पड़ताल की जाये, तो सच्चाई सामने आ जायेगी. लोगों ने आरोप लगाया कि कुछ बिचौलिये भी सक्रिय हैं. इससे कुछ लोगों का शौचालय बना कर ही ओडीएफ घोषित कर दी है.
कटरा. प्रखंड को खुले में शौच से मुक्ति के लिए पांच पंचायतों को प्रथम चरण में चयनित किया गया. इसमें हथौड़ी, कटरा, मधेपुरा, बेरई उत्तरी सोनपुर पंचायत शामिल हैं. प्रखंड समन्वयक रूपेश कुमार ने बताया कि प्रखंड में कुल 11 वार्ड को ओडीएफ किया गया है. लेकिन लोगों का कहना है कि एक भी पंचायत में पूरी तरह से शौचालय का निर्माण नहीं हो पाया है.
मड़वन में एक-तिहाई लोग खुले में करते हैं शौच: मड़वन. रक्सा पंचायत की वार्ड 11 में खुले में शौच मुक्त का असर दिखने लगा है. वहीं बड़का गांव दक्षिणी पंचायत के वार्ड नंबर 5,12, 2 व शुभंकरपुर पंचायत की 15 व भटौना पंचायत की 11 वार्ड में ओडीएफ का असर ठीक से देखने को नहीं मिला रहा है. आज भी एक-तिहाई लोग है खुले में शौच करते हैं. ग्रामीण धीरज राम, जगदीश पासवान, राजकिशोर पासवान, चलितर राम, बिंदा ठाकुर, राजू चौधरी, दिलीप ठाकुर सहित दर्जनों कहते हैं कि पैसे नहीं है, जिसके कारण शौच नहीं बना पा रहे हैं. पहले कहा गया कि 12 हजार में शौच बनवाना है. ग्रामीणों का कहना है कि 12 हजार में शौचालय नहीं बन पायेगा.