मुजफ्फरपुर: दो साल से 59 करोड़ की जलापूर्ति योजना की पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है, लेकिन अभी तक पूरा नहीं हो सका है. इस वजह से इस गरमी में भी लोगों को पानी नहीं मिलने वाला है.
इधर, निगम प्रशासन जलापूर्ति योजना की समीक्षा करना भी जरूरी नहीं समझ रहा. 2012 में जब बुडको की ओर से प्रतिनियुक्त आइवीआरसीएल ने यह योजना शहर में शुरू की, तो लगा था कि अब शहर के लोगों को पानी के संकट से मुक्ति मिल जायेगी. वर्तमान में इस योजना की स्थिति यह है कि 20 फीसदी भी कार्य पूरा नहीं हुआ है.
एजेंसी की ओर से निगम के जलापूर्ति विभाग को भेजी गयी रिपोर्ट के अनुसार, शहरी क्षेत्र में मात्र 27 किमी पाइप लाइन बिछायी गयी है. जबकि योजना के तहत शहरी क्षेत्र में 225 किमी पाइप लाइन बिछाया जाना है. नवंबर में मेयर की अध्यक्षता में जब योजना की समीक्षा हुई थी तो एजेंसी ने 18 किमी पाइप लाइन बिछाये जाने की रिपोर्ट की थी. पांच महीने में मात्र नौ किमी पाइप लाइन का काम आगे बढ़ा है.
योजना का हाल
पिछले वर्ष दिसंबर में योजना पूरा करने का समय समाप्त
दो साल में एक भी वार्ड में लोगों को पानी नहीं मिला
योजना के तहत नगर निगम में कुल 225 किमी बिछना है पाइप
शहर के 10 जोन में होना है काम
अभी मात्र जोन 10 में चल रहा काम
प्रति व्यक्ति 135 लीटर जल की आवश्यकता को मानते हुए जलापूर्ति का प्रावधान है.
योजना के पर्यवेक्षण व गुणवत्ता पर करीब 3 लाख रुपया प्रति माह खर्च हो रहा है.
सात जोन में जल मीनार निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध है. तीन जगहों पर भूमि नहीं मिली है.
सुस्त पड़ी निगरानी कमेटी
योजना की सुस्त गति पर मेयर व नगर आयुक्त ने नाराजगी जतायी थी. नवंबर में हुई समीक्षा के बाद कार्य में तेजी लाने के लिए एक कमेटी बनायी गयी. इसमें जलकार्य अधीक्षक उदय शंकर प्रसाद सिंह व एजेंसी के अधिकारियों के साथ तय किया गया कि 15 दिन पर जलापूर्ति योजना की समीक्षा की जायेगी. मगर पांच महीने बीत जाने के बाद एक बार भी समीक्षा बैठक नहीं हुई.
कंपनी रोज की प्रगति रिपोर्ट निगम को उपलब्ध करा रही है. वर्तमान में सिर्फ एक जोन में काम चल रहा है. जल्द ही बुडको के अधिकारियों के साथ योजना की समीक्षा बैठक बुलायी जायेगी.
जलकार्य अधीक्षक, उदय शंकर प्रसाद सिंह