लेकिन, पीछा करती भीड़ वहां भी पहुंच गयी. मारपीट करते हुए उन्हें बाहर निकाला. वहां भी उन्हें पीटा. वहां मौजूद लोगों ने बीच-बचाव किया. काफी समझाने के बाद सीओ को मुक्त कराया गया. घटना से सहमे सीओ ने वरीय अधिकारियों व थाने को सूचना दी. अंचल गार्डों ने परिसर में जुटे लोगों को बाहर निकाला. बाद में पुलिस पहुंची.
Advertisement
बंदरा के सीओ को घर से खींच कर पीटा
बंदरा: बाढ़ राहत के मुद्दे पर सोमवार को पटसारा पंचायत के लोगों ने प्रखंड कार्यालय में जम कर हंगामा किया. कार्यालय में तोड़फोड़ की. इसके साथ ही सीओ राजीव रंजन को कार्यालय से बाहर निकाल कर मारपीट की गयी. वहां मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कर उन्हें भीड़ से मुक्त कराया. करीब दो घंटे तक कार्यालय […]
बंदरा: बाढ़ राहत के मुद्दे पर सोमवार को पटसारा पंचायत के लोगों ने प्रखंड कार्यालय में जम कर हंगामा किया. कार्यालय में तोड़फोड़ की. इसके साथ ही सीओ राजीव रंजन को कार्यालय से बाहर निकाल कर मारपीट की गयी. वहां मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कर उन्हें भीड़ से मुक्त कराया. करीब दो घंटे तक कार्यालय परिसर में हंगामा होता रहा. इस दौरान अंचल गार्ड मूकदर्शक बने रहे. घटना के आधे घंटे बाद पुलिस पहुंची.
बताया जाता है कि बाढ़ प्रभावित दर्जनों महिला-पुरुषों की भीड़ 11 बजे दिन में प्रखंड मुख्यालय पहुंची. वे कार्यालय में अधिकारियों को खोज रहे थे. इसी क्रम में नजारत के पास लोग पहुंच गये. वहां सीओ बैठे थे. राहत के मुद्दे पर सीओ से कुछ कहासुनी हुई. इसके बाद धक्का-मुक्की होने लगी. मौका पाकर सीओ वहां से निकल कर अपने आवास की ओर भागे.
सीओ ने बताया कि पटसारा पंचायत के जनप्रतिनिधियों के उकसाने पर पूर्व प्रायोजित तरीके से सैंकड़ों लोगों की भीड़ प्रखंड परिसर पहुंची थी. अंचल गार्ड कक्ष में तनावपूर्ण माहौल बनाने के बाद उनके साथ मारपीट की गयी. तब वे भाग कर परिसर में ही स्थित अपने आवास में बैठ गये. भीड़ वहां भी पहुंच गयी. तोड़फोड़ करते हुए अंदर घुस कर उन्हें घसीटते हुए बाहर लाया गया. वहां भी मारपीट की गयी. उनका पर्स, अंगूठी भी छीन लिया गया. कई कागजात और फाइल भी उपद्रवी ले गये.
वहीं प्रदर्शनकारियों का कहना था कि लोग पटसारा पंचायत को पूर्ण रूप से बाढ़ग्रस्त घोषित करने, पंचायत में सरकारी नाव देने, प्रभावित लोगों को राहत व मुआवजा देने की मांग करने गये थे. सीओ ने उनकी मांगों को सुनने की जगह, एफआइआर कराने की धमकी दी. जब भीड़ ने विरोध जताया, तो उन्होंने सुरक्षा गार्ड का बंदूक लेकर लोगों पर तान दिया. इसी बात पर हंगामा हुआ. मुखिया रामराजी पंडित ने बताया कि पंचायत के लेाग उन्हें जबरन प्रखंड ले गये. वहां जाकर हंगामा किया. उपमुखिया के पति लक्ष्मी राम ने बताया कि सीओ के धमकाने के बाद नाराज लोगों ने सीओ को गेट के अंदर से खींचा. पंसस पति नथुनी ठाकुर ने बताया कि प्रभावित इलाकों के लोग मुखिया व पंसस को दबाव देकर ले आये थे. विरोधी खेमे ने उकसाया.
मीनापुर में राहत पैकेट लूटने का प्रयास
मीनापुर. बाढ़ राहत को लेकर सोमवार को प्रखंड मुख्यालय पहुंची राहत सामग्री लदी गाड़ी को बाढ़पीड़ितों ने लूटने का प्रयास किया. इस कारण सड़क पर अफरातफरी मच गयी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह लोगों को समझा कर दोनों गाड़ियों को गोदाम में पहुंचाया. वहीं दूसरी ओर अलीनेउरा पंचायत के तीन नंबर वार्ड के लोगों ने मुजफ्फरपुर-शिवहर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. वे राहत दिये जाने की मांग कर रहे थे.
दहशत में सीओ, मांगी छुट्टी
मारपीट की घटना के बाद सीओ ने कहा कि अब वे बाढ़ राहत के किसी कार्य में नहीं रहना चाहते हैं. उन्होंने वरीय अधिकारी से छुट्टी का अनुरोध किया है. अपनी बात कहते हुए भावुक हुए सीओ ने कहा कि वे अमरूद और सेब खाकर बाढ़ पीड़ितों के लिए दिन-रात कार्य कर रहे थे. बावजूद पटसरा के लोगों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया. उन्होंने कभी ऐसी कल्पना भी नहीं की थी. सीओ ने कहा कि वे दहशत में हैं. यदि वे बंदरा में रहेंगे, तो उनकी हत्या भी हो सकती है. हमलावरों ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी है. सीओ ने बताया कि हमलावरों पर प्राथमिकी दर्ज करायेंगे.
पीएचसी से सदर अस्पताल रेफर
मारपीट की घटना के बाद सीओ का पीएचसी में इलाज किया गया. इसके बाद उन्हें सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. सीओ ने डॉक्टर को बताया कि मारपीट से पेट, पीठ व गले में दर्द है. पहले से ही उनकी तबीयत खराब थी. इलाज कर रहे पीएचसी प्रभारी डॉ जेपी जायसवाल ने बताया कि मेडिकल जांच और इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर किया गया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement