शराबबंदी के एक साल. बदला सामाजिक माहौल, घर में बढ़ी सुख-शांति
Advertisement
शराब के बदले बेच रहे हैं मिठाई
शराबबंदी के एक साल. बदला सामाजिक माहौल, घर में बढ़ी सुख-शांति राज्य सरकार ने 5 अप्रैल 2016 को बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू किया था जिसका आज एक वर्ष पूरा हो गया. एक वर्ष के दौरान शराब बंदी के कारण जहां एक ओर सामाजिक बदलाव पूरी तरह परिलक्षित दिख रहा है. वहीं पुलिस व उत्पाद […]
राज्य सरकार ने 5 अप्रैल 2016 को बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू किया था जिसका आज एक वर्ष पूरा हो गया. एक वर्ष के दौरान शराब बंदी के कारण जहां एक ओर सामाजिक बदलाव पूरी तरह परिलक्षित दिख रहा है. वहीं पुलिस व उत्पाद विभाग ने अपने कार्रवाई में इस दौरान 715 लोगों को शराब के कारोबार तथा शराब पीने के आरोप में गिरफ्तार किया. साथ ही 8583.673 लीटर विदेशी व 1004.95 लीटर देशी शराब बरामद की है.
मुंगेर : शराबबंदी के बाद बिहार के साथ ही मुंगेर में सामाजिक परिवर्तन दिखाई दे रहा है. एक वर्ष में न सिर्फ अपराध और सड़क दुर्घटना में कमी आयी. बल्कि गांव-शहर का माहौल भी बदला. महिला उत्पीड़न की घटना में व्यापक स्तर पर ह्रास हुआ. जबकि शराब के कारण उजड़े घर पुन: बसने लगे. परिवर्तन का आलम यह है कि शराब के अधिकांश कारोबारी अब मिठाई, दूध, मिनरल वाटर का प्लांट चलाने लगे हैं.
पुलिस की छापेमारी ने तोड़ी कारोबारी की कमर
शराबबंदी को सफल बनाने के लिए पुलिस ने कमरतोड़ मेहनत की. शराब निर्माण, भंडारण, परिवहन एवं बिक्री के खिलाफ पुलिस की छापेमारी ने यहां अवैध शराब कारोबारियों को पस्त कर दिया है. मुफस्सिल थाना क्षेत्र के शंकरपुर में पुलिस ने बीस लाख से अधिक के अवैध शराब की बरामदगी की थी. जहां वर्ष का सबसे अधिक शराब बरामद की गयी थी. यूं तो वर्ष भर अवैध शराब के कारोबार के विरुद्ध पुलिस व उत्पाद विभाग की कार्रवाई चलती रही है और इसमें भारी सफलता भी मिली है. बावजूद आज भी चोरी-छिपे शराब का कारोबार जिले में चल ही रहा है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement