मुंगेर : मुंगेर में अवैध हथियार निर्माण व तस्करी में लिप्त लोगों को त्वरित सजा दिलाने के लिए मुंगेर पुलिस स्पेशल कोर्ट का प्रस्ताव भेजेगी. इसके लिए पुलिस मुख्यालय से हरी झंडी मिल गयी है और एडीजी स्तर के अधिकारियों ने पुलिस अधीक्षक को शीघ्र प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया है. विदित हो कि मुंगेर में बड़े पैमाने पर पकड़े जा रहे मिनीगन फैक्टरी व हथियार तस्करी के मामले की सुनवाई सामान्य न्यायालयों में हो रही है. जिसके सुनवाई में काफी विलंब हो रहा.
मुंगेर राष्ट्रीय स्तर पर अवैध हथियार निर्माण व तस्करी का केंद्र बन चुका है और मुंगेर निर्मित हथियार की डिमांड पूरे देश में है. पुलिस द्वारा लगातार की जा रही छापेमारी, मिनीगन फैक्टरी का उद्भेदन व गिरफ्तारी भी इस धंधे पर विराम नहीं लगा पा रही. इसके कारण पुलिस परेशान ही नहीं कभी-कभी तो लाचार भी हो जाती है. जब इस धंधे में शामिल महिला, छोटे-छोटे बच्चे व बुजुर्ग उनकी पकड़ में आ जाते हैं. पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने पटना में पुलिस सप्ताह पर आयोजित कार्यक्रम में हथियार निर्माण व तस्करी पर विराम लगाने के लिए तैयार अपनी विशेष रिपोर्ट का डिमोस्ट्रेशन किया. जिसके आधार पर मुख्यालय के आलाधिकारियों ने ऐसे मामलों की सुनवाई के लिए स्पेशल कोर्ट का प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया गया है.
स्पेशल कोर्ट के लिए एसपी ने रखी थी मांग
एसपी आशीष भारती ने हथियार निर्माण व तस्करी मामले में गिरफ्तार लोगों को सजा दिलाने के लिए विशेष तौर पर फास्ट ट्रेक कोर्ट अथवा स्पेशल कोर्ट लगाने की बात कही थी. साथ ही विशेष लोक अभियोजक नियुक्त करने की मांग की. जिसमें सिर्फ मिनीगन फैक्टरी संचालक व हथियार मामले में गिरफ्तार अपराधियों की सुनवाई की जा सके. इससे उन्हें सजा दिलाने में पुलिस को सहयोग मिलेगा. इस पर वरीय पुलिस अधिकारियों ने एसपी को निर्देश दिया कि वे जिला से स्पेशल कोर्ट की स्थापना व विशेष लोक अभियोजक के लिए एक रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय भेजे. ताकि इसकी प्रक्रिया प्रारंभ की जा सके.
रोजगार के अवसर पैदा करने पर दिया बल
हथियार निर्माण व तस्करी का धंधा कम समय में अधिक रुपया कमाने का मुख्य कारोबार बन गया है, जिससे लोग लगातार जुड़ते चले जा रहे हैं. क्योंकि लोगों को लग रहा है कि रुपया कमाने का सबसे आसान धंधा यही है.
हथियार निर्माण के काम से जुड़े लोग कुशल हैं, जो मॉडल देख कर हथियार तैयार कर रहे है. जिसके कारण इनका डिमांड है. इस मुद्दे पर एसपी आशीष भारती ने अपनी प्रस्तुत रिपोर्ट में कहा है कि अगर इन कुशल श्रमिकों के कुशलता का उपयोग बेहतर कार्य के लिए किया जाये तो उसके हुनर का बेहतर उपयोग हो सकता है.