मुंगेर:शुक्रवार को हुई रिमझिम बारिश के साथ ठंड ने एक बार फिर से करवट ले ली है. अचानक तापमान में गिरावट आ जाने के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया. लोगों को एक बार फिर से अलाव का सहारा लेते देखा गया. वहीं फसलों की यदि बात की जाये तो इस बारिश से फसलों को फायदा ही है. हालांकि गेहूं के वैसे फसल जिनमें बालियां निकल चुकी है, उन्हें तेज हवा चलने पर नुकसान हो सकता है. अचानक ठंड में बढ़ोतरी हो जाने के कारण शुक्रवार को सड़कों पर लोगों का आवागमन कम देखा गया. वहीं स्कूली बच्चों को ठिठुरते हुए विद्यालय से घर वापस जाते पाया गया. ठंड के कारण कई जगहों पर लोग अलाव जला कर राहत लेते देखे गये. लोगों को ऐसा लग रहा था कि अब ठंड खत्म हो चुकी है.
लेकिन बदलते मौसम व तापमान में अचानक गिरावट आ जाने के कारण लोगों को कंबल व स्वेटर निकालने पर मजबूर कर दिया. इधर कृषि विज्ञान केंद्र के कार्यक्रम समन्वयक डॉ गोपाल राम शर्मा ने मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार बताया कि अगले दो दिनों तक मौसम खराब रहने की संभावना है. साथ ही हल्की बारिश होने की भी संभावनाएं हैं. ऐसे मौसम में लोगों को ठंड से परहेज करना ही बेहतर होगा. उन्होंने बताया कि ऐसे मौसम में यूं तो सभी फसले खास कर चना, मसूर के फसलों में फुल लगे हुए हैं. उन्हें वर्षा होने की स्थिति में नुकसान होने की संभावना है, लेकिन जिन फसलों में फल आ चुके हैं. जैसे सरसों, मकई, गेहूं सहित अन्य फसलों को लाभ होगा. इन फसलों में नमी होने पर नाइट्रोजन खाद (यूरिया) का उपरिवेशन किया जा सकता है. पिछांती फसलों को हल्की सिंचाई मिलने से एक पटवन की बचत भी हो रही है.