मुंगेर : सदर अस्पताल में इन दिनों मरीजों के हित का ख्याल नहीं रखा जा रहा है. लक्ष्य की पूर्ति के लिए ताबड़तोड़ बंध्याकरण ऑपरेशन तो किये जा रहे. किंतु ऑपरेशन के बाद रोगियों को देखने के लिए चिकित्सक तो दूर नर्स भी नहीं जाती है. हाल यह है मरीजों को इस शीतलहरी में कनकनाते फर्श पर लिटा कर छोड़ दिया जाता है.
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सदर अस्पताल में रोगियों का नहीं रखा जा रहा ख्याल
मुंगेर : सदर अस्पताल में इन दिनों मरीजों के हित का ख्याल नहीं रखा जा रहा है. लक्ष्य की पूर्ति के लिए ताबड़तोड़ बंध्याकरण ऑपरेशन तो किये जा रहे. किंतु ऑपरेशन के बाद रोगियों को देखने के लिए चिकित्सक तो दूर नर्स भी नहीं जाती है. हाल यह है मरीजों को इस शीतलहरी में कनकनाते […]
नहीं उपलब्ध कराया जाता बेड. शनिवार को सदर अस्पताल में कुल छह महिलाओं का बंध्याकरण ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के बाद सभी मरीजों को महिला मेडिकल वार्ड के ठीक सामने विशेष वार्ड में भेज दिया गया. कहने को तो विशेष वार्ड है, किंतु इस वार्ड में एक भी बेड उपलब्ध नहीं है. व्यवस्था के नाम पर मरीजों को भाड़े पर मिलने वाले गद्दे दिये गये, जिस पर एक चादर तक नहीं दिया गया. कनकनाते फर्श पर पतले गद्दे के सहारे ही इस कड़ाके की ठंड में महिलाओं को रात गुजारनी पड़ी.
नहीं मिल रही है कोई सुविधा. बंध्याकरण के उपरांत विशेष वार्ड में भरती बरियारपुर प्रखंड के कल्याण टोला निवासी पूजा देवी, सदर प्रखंड के हसनपुर निवासी रूबी देवी एवं चड़ौन निवासी संजू देवी ने बताया कि तीन मरीज में मात्र दो ही गद्दा दिया गया. उसी पर तीनों महिला को रात गुजारनी पड़ी.
उपाधीक्षक छुट्टी पर, प्रभारी का मोबाइल ऑफ. बंध्याकरण किये गये मरीजों के संबंध में जब अस्पताल उपाधीक्षक डॉ राकेश कुमार सिन्हा से मोबाइल पर बात की गयी, तो उन्होंने बताया कि वे अभी छुट्टी पर हैं. इसके बाद प्रभारी अस्पताल उपाधीक्षक डॉ सुधीर कुमार के मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश की गयी तो उनका मोबाइल लगातार स्विच ऑफ पाया गया.
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