जमालपुर : नयागांव के डीडी तुलसी भवन में चल रहे सात दिवसीय ध्यान साधना शिविर के दूसरे दिन गुरुवार को में भक्तिपूर्ण माहौल बना रहा. इसमें आसपास के विभिन्न जिले के सैकड़ों संतमत के सत्संगियों ने हिस्सा लिया. प्रमुख प्रवचन कर्ता संतमत के वरिष्ठ आचार्य एवं शांति संदेश पत्रिका के पूर्व संपादक कोलकाता के स्वामी अच्यूतानंद जी महाराज थे.
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संतों के दर्शन से मिलता है करोड़ों तीर्थों का फल
जमालपुर : नयागांव के डीडी तुलसी भवन में चल रहे सात दिवसीय ध्यान साधना शिविर के दूसरे दिन गुरुवार को में भक्तिपूर्ण माहौल बना रहा. इसमें आसपास के विभिन्न जिले के सैकड़ों संतमत के सत्संगियों ने हिस्सा लिया. प्रमुख प्रवचन कर्ता संतमत के वरिष्ठ आचार्य एवं शांति संदेश पत्रिका के पूर्व संपादक कोलकाता के स्वामी […]
उन्होंने कहा कि संतमत का ज्ञान बड़ा ही गंभीर एवं गहन है. उन्हें सही रूप में समझने वाले ही संत होते हैं. जबकि सच्चे संतों का दर्शन मात्र से ही करोड़ों तीर्थों का फल मिलता है. परम प्रभु सर्वव्यापी हैं. गुरुमंत्र सब जपों का राजा है. गुरु मंत्र के जाप मात्र से ही चारों फल, काम, अर्थ धर्म और मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है. उन्होंने मानस ध्यान का भी वर्णन किया.
कहा कि अपने इस्ट पर मन को टिकाना ही मानस ध्यान है. इसके बिना कोई सूक्ष्म उपासना नहीं. यदि ठीक ठीक मानस ध्यान आ जाये तो इस्ट के सारे गुण साधक में समाहित हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि साधकों को एकनिष्ठ हो कर सदगुरु के प्रति श्रद्धावान होना चाहिए. जो साधक गुरु के बताये विधि से श्रद्धा और विश्वास पूर्वक नित्य नियमित रूप से शुद्ध आचरण के साथ साधना करते हैं, उन पर गुरु की अवश्य ही कृपा होती है.
उन्होंने जीवात्मा को परमात्मा का अभिन्न अंश बताते हुए कहा कि साधक संतवाणी का सहारा लेकर मानस जप, मानस ध्यान तथा दृष्टियोग की क्रिया मुस्तैदी के साथ करें. मौके पर कैलाश तांती, प्रताप मंडल, राजेंद्र साहु, नगेंद्र चौधरी, दीनानाथ यादव, कौशल किशोर, राजन कुमार चौरसिया, शिवनारायण मंडल, कारेलाल मंडल तथा राजकुमार निराला मुख्य रूप से उपस्थित थे.
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