फोटो संख्या : 5फोटो कैप्सन : सत्संग करते प्रवचनकर्ता निर्मल बाबा प्रतिनिधि, बरियारपुर ब्रह्मस्थान बरियारपुर में संत मत सत्संग का आयोजन किया गया. जिसमें प्रवचनकर्ता निर्मल बाबा ने भगवान के स्वरूपों का वर्णन किया. उन्होंने कहा कि संतमत ज्ञान योग युक्त ईश्वर भक्ति का प्रचार किया जाता है. जब तक हम ईवश्वर स्वरूप को नहीं जान लेंगे तब तक हम भक्ति नहीं कर पायेंगे. ईश्वर भक्ति करने के लिए ईश्वर स्वरूप ज्ञान का होना आवश्यक है. ईश्वर का सही-सही ज्ञान नहीं होने से आप संसार में भटक जायेंगे. हम भक्ति नहीं कर पायेंगे. जब भगवान श्रीराम बाल्मीकि आश्रम पहुंचे एवं बाल्मीकि मुनि से पूछा कि हम चौदह वर्ष के लिए वन में आये है. हम कहां रहेंगे, किस स्थान पर रहेंगे. इस पर मुनि हंसने लगे और कहा कि प्रभु पहले आप हमकों यह बता दे आप कहां नहीं है. तब हम आपको रहने का स्थान बतायेंगे. तब प्रभु मुस्कुराने लगे. तब मुनि ने कहा कि जब आप हमसे रहने का स्थान पूछते हैं तो बताता हूं कि जिस राम की कथा से कभी भी कान नहीं अघाता है. उसके हृदय में आप निवास करे. मौके पर सुरेश बाबा, संगीता देवी, बेबी देवी, पुष्पा देवी, भोला मंडल, मनोज कुमार, विश्वजीत, विपिन बिहारी, रामानंद शर्मा मौजूद थे.
BREAKING NEWS
ईश्वर स्वरूप को जाने बिना भक्ति संभव नहीं : निर्मल बाबा
फोटो संख्या : 5फोटो कैप्सन : सत्संग करते प्रवचनकर्ता निर्मल बाबा प्रतिनिधि, बरियारपुर ब्रह्मस्थान बरियारपुर में संत मत सत्संग का आयोजन किया गया. जिसमें प्रवचनकर्ता निर्मल बाबा ने भगवान के स्वरूपों का वर्णन किया. उन्होंने कहा कि संतमत ज्ञान योग युक्त ईश्वर भक्ति का प्रचार किया जाता है. जब तक हम ईवश्वर स्वरूप को नहीं […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement