मुंगेर: नीतीश कुमार के नये मंत्रिमंडल में एक बार फिर मुंगेर वंचित रह गया. मुंगेर के विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया, जबकि बड़ी उम्मीद थी कि इस बार शायद मुंगेर को मंत्रिमंडल में स्थान मिलेगा. क्योंकि मुंगेर जिले के तीनों विधायक वर्तमान राजनीतिक संकट में भी नीतीश के साथ रहे. 2010 से ही मुंगेर जिला मंत्री विहीन है. नीतीश कुमार के पहले मंत्रिमंडल में डॉ मोनाजिर हसन शामिल थे.
लेकिन दूसरे कार्यकाल में मुंगेर को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली. जबकि मुंगेर जिले के तीनों विधायक मुंगेर के अनंत कुमार सत्यार्थी, जमालपुर के शैलेश कुमार एवं तारापुर की नीता चौधरी नीतीश गुट के ही रहे हैं. इस बार भी राजनीतिक संकट के दौरान ये तीनों विधायक एकजुट होकर नीतीश कुमार के साथ रहे.
लोगों को उम्मीद थी कि जमालपुर के विधायक शैलेश कुमार एवं अनंत कुमार सत्यार्थी लगातार दो बार से विधायक हैं. इसलिए शायद इस बार के मंत्रिमंडल में उन्हें जगह मिले. लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. वैसे वर्तमान मंत्रिमंडल में सिर्फ उन्हीं नेताओं को शामिल किया गया है जिन्होंने जीतन राम मांझी के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देकर नीतीश कुमार में अपना विश्वास व्यक्त किया था. पार्टी नेताओं का मानना है कि अब भी बिहार मंत्रिमंडल में 13 मंत्री बनने शेष हैं. इसलिए शायद इस 13 में ही मुंगेर को हिस्सेदारी मिले.