मुंगेर : बिहार शिक्षा परियोजना के तहत मंगलवार को विभिन्न प्रखंडों में मिशन गुणवत्ता के द्वितीय चरण का प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें प्रधानाध्यापकों को बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए विशेष जानकारी दी गयी.
डीपीओ अजय कुमार पांडे ने बरियारपुर, असरगंज एवं तारापुर में चल रहे कार्यशाला का निरीक्षण किया. वहीं डीपीओ अजय कुमार सिंह ने हवेली खड़गपुर, टेटियाबंबर एवं संग्रामपुर तथा डीपीओ अनिल कुमार श्रीवास्तव ने मुंगेर, जमालपुर एवं धरहरा में चल रहे कार्यशाला का निरीक्षण किया.
मुंगेर प्रतिनिधि के अनुसार पुरबसराय स्थित बीआरसी भवन में प्रधानाध्यापकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित की गयी. जिसमें उन्हें बच्चों के दक्षता बढ़ाने पर बल दिया गया.
टेटियाबंबर प्रतिनिधि के अनुसार बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए प्रखंड के बीआरसी भवन में मंगलवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया. उसका उद्घाटन जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अजय कुमार सिंह ने किया. प्रशिक्षक सुमित मानकर, बालदेव प्रसाद ने प्रधानाध्यापकों को बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा कैसे दी जाय, वर्ग एक से पांच तक के बच्चों को दक्षता में हर संभव सफल करायें. इस मौके पर प्रधानाध्यापक ओंकार सिंह, मुकेश कुमार, मनोज मुमरु मौजूद थे.
हवेली खड़गपुर प्रतिनिधि के अनुसार राजकीय शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय बीआरसी भवन में गुणवत्ता मिशन-दो के तहत कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान अजय कुमार सिंह ने प्रशिक्षणार्थियों को दक्षता आकलन के महत्वपूर्ण बिन्दुओं की पूर्ण और आवश्यक जानकारी रखने की कड़ी हिदायत दी. इस मौके पर बीइओ विजय चंद्र भगत, विष्णुदेव प्रसाद सिंह, सतीश प्रसाद सिंह, चंद्रशेखर प्रसाद मौजूद थे.
बरियारपुर प्रतिनिधि के अनुसार बीआरसी में कार्यशाला का आयोजन किया गया. प्रखंड में पड़ने वाले 74 मध्य एवं प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों ने भाग लिया. डीपीओ अजय कुमार पांडे ने प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया कि हर हाल में इस मिशन को कामयाब बनाना है. प्रखंड संसाधन केंद्र समन्वयक मुदित कुमार ने आंचलिक भाषा का प्रयोग से बच्चों से जुड़ने की बात कही. इस मौके पर शशिकांत मिश्र, मुकेश कुमार निराला, वीरेंद्र कुमार चौरसिया, नवल किशोर , सुभाष सिंह मौजूद थे.