मुंगेर : मुंगेर जिले में नाबार्ड द्वारा 2015-16 के लिए 789.19 करोड़ की बैंकिंग योजना संभाव्यता युक्त ऋण योजना (पीएलपी) प्रस्तावित किया गया है. इस योजना का शुभारंभ जिला स्तरीय बैंकर्स कमेटी की बैठक में जिलाधिकारी अमरेंद्र प्रसाद सिंह, उपविकास आयुक्त नागेंद्र कुमार सिंह, रिजर्व बैंक के प्रतिनिधि राजेश कुमार, डीडीएम नाबार्ड शीतांशु शेखर, जिला अग्रणी प्रबंधक केके सहगल, वरीय उपसमाहर्ता प्रतिभा कुमारी द्वारा किया गया.
जिलाधिकारी ने कहा कि नाबार्ड के पारित योजनाओं के आधार पर ही विभिन्न बैंकों के लिए राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी द्वारा लक्ष्य निर्धारित किया जाता है. उन्होंने बताया कि इस प्लान के अनुसार फसली ऋण के लिए 346.14 करोड़, कृषि निवेश ऋण के 137.35 करोड़, मध्यम लघु सूक्ष्म उद्यमों के लिए 150.35 करोड़ एवं अन्य प्राथमिक क्षेत्रों के लिए 155.35 करोड़ की संभाव्यता आंकी गयी है.
डीडीएम नाबार्ड ने बताया कि जिले के विकास दर को कायम रखने के लिए कृषि निवेश ऋणों में भारी बढ़ोतरी की आवश्यकता है. इसके लिए नाबार्ड ने अलग से मुंगेर डेयरी क्षेत्र के लिए एरिया डेवलपमेंट स्कीम का निर्माण किया है. जिसके तहत आने वाले तीन वर्षों के लिए 76.40 करोड़ के बैंक ऋण का लक्ष्य रखा गया है.
नाबार्ड के इस एरिया डेवलपमेंट स्कीम की संस्तुति राज्य एवं जिला स्तरीय बैंकर्स कमेटियों द्वारा करा दी गयी है. साथ ही स्कीम पर आधारित प्रजेंटेशन भी दिखाया गया. जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि पीएलपी एवं एरिया डेवलपमेंट स्कीम के सुझावों के अनुसार ऋण प्रवाह तेज करें. जिससे विकास की गति को तेज और दीर्घकालीन बनाया जा सके.