* अनधिकृत रूप से आमरण अनशन पर बैठे हैं शिक्षक : डीइओ
मुंगेर : वेतन भुगतान की मांग को लेकर मध्य विद्यालय लाल दरवाजा के सहायक शिक्षक दिनेश कुमार मिश्र ने पूर्व निर्धारित तिथि के अनुसार बुधवार से आमरण अनशन पर बैठ गये.
उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के बरामदे पर अनशन प्रारंभ किया और कहा कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी तब तक वे अनशन पर रहेंगे. शिक्षक दिनेश कुमार मिश्र ने कहा कि जुलाई 2000 से नवंबर 2003 तक उनका वेतन विभाग द्वारा जानबूझ कर रोका गया.
एक साजिश के तहत उन्हें परेशान करने की नियत से स्थानांतरण से लेकर निलंबन तक किया गया. न्यायालय के शरण में गये. निलंबन अवधि का जीवन यापन भत्ता भी नहीं दिया गया. उच्च न्यायालय द्वारा निलंबन मुक्त किया गया और उस अवधि का वेतन तक नहीं दिया गया.
विभाग से लिखित एवं मौखिक कई बार अनुरोध किया. परंतु उसे नजर अंदाज किया गया. उन्होंने कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा और शरीर में जान बची रहेंगी तब तक मैं आमरण अनशन पर ही रहूंगा. शिक्षक के आमरण अनशन को प्राथमिक शिक्षक संघ गोपगुट एवं राजनीति दल राजद ने भी समर्थन दिया. वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार व्याप्त है.
बिना पैसे के यहां कोई काम नहीं होता है. यहां तक कि स्थानांतरण में भी रुपये वसूल की जाती है. वैसे क्लर्क यहां दलाली करते, जिनका स्थानांतरण दूसरे जिला में कर दिया गया है. वे हमेशा कार्यालय में दिखते है. इस मौके पर प्राथमिक शिक्षक संघ गोपगुट के अध्यक्ष रंजन कुमार, सचिव विजय कुमार, तस्लीमुद्दीन, रंजना सिंह, सुनील कुमार चौधरी, कर्मचारी नेता बालेश्वर यादव, राजद के उपाध्यक्ष युगल किशोर राय, प्रवक्ता मंटू शर्मा, शिशिर कुमार उर्फ लालू मौजूद थे.
जिला शिक्षा अधीक्षक अरुण कुमार कुंवर ने कहा कि शिक्षक दिनेश कुमार मिश्र के सारे आरोप बेबुनियाद है. वे अनाधिकृत रुप से आमरण अनशन पर बैठे हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व के जिला शिक्षा अधीक्षक ने नो वर्क नो पे के आधार पर न्यायालय में विभाग का दावा रखा. तीन वार शिक्षक दिनेश के पिटीशन को न्यायालय ने खारिज कर दिया.