मैट्रिक परीक्षा. नि:शक्तता को दी मात, पुलिस अधीक्षक ने की सम्मानित करने की घोषणा
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नंद ने पैर से लिख कर किया फर्स्ट
मैट्रिक परीक्षा. नि:शक्तता को दी मात, पुलिस अधीक्षक ने की सम्मानित करने की घोषणा मुंगेर/हवेली खड़गपुर : कहते हैं यदि हौसले बुलंद हो और मन में कुछ कर दिखाने का जज्बा हो तो रास्ते में पड़े पत्थर भी सीढ़ी बनकर रास्ता दिखाने लगते हैं. एक नंदलाल बसु थे जिन्होंने अपने चित्रकला के बल पर खड़गपुर […]
मुंगेर/हवेली खड़गपुर : कहते हैं यदि हौसले बुलंद हो और मन में कुछ कर दिखाने का जज्बा हो तो रास्ते में पड़े पत्थर भी सीढ़ी बनकर रास्ता दिखाने लगते हैं. एक नंदलाल बसु थे जिन्होंने अपने चित्रकला के बल पर खड़गपुर का नाम विश्व में गौरवान्वित किया. तो दूसरे नंद ने दिव्यांगता को अपने ऊपर कभी हावी नहीं होने दिया और पैर से लिख कर मैट्रिक परीक्षा में 336 अंकों के साथ प्रथम श्रेणी पास कर खड़गपुर का नाम रोशन किया. पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने पुलिस विभाग की ओर से उसे सम्मानित करने की घोषणा की.
हवेली खड़गपुर प्रखंड के संत टोला निवासी 16 वर्षीय बालक नंद कुमार दिव्यांग है. नंद कुमार के दोनों हाथ 4 साल के उम्र में ही खेलने के दौरान करंट लगने से बेकार हो गये थे. हाथों में जान नहीं होने के कारण वह हाथों को हिला-डुला भी नहीं पाता. लेकिन पढ़ने का जूनून उसमें ऐसा था कि वह पैरों को ही हाथ बनाकर पैरों से लिखना शुरू कर दिया. नंद कुमार ने 2014 में नवोदय की परीक्षा पास की थी. लेकिन रमनकाबाद नवोदय के प्रिंसिपल ने नंद कुमार के दोनों हाथ नहीं रहने के कारण दैनिक जीवन में कठिनाइयों को देखते हुए एडमिशन नहीं लिया था. वर्तमान में राजकीय उच्च विद्यालय हवेली खड़कपुर से इस वर्ष मैट्रिक की परीक्षा दी और 336 अंक लाकर प्रथम स्थान प्राप्त किया. नंद कुमार ने अपने पैरों से ही लिख कर परीक्षा दी थी.
दादा इंद्रदेव थे नंद का प्रेरणास्रोत : नंद कुमार को अपने दादा इंद्रदेव साह से प्रेरणा मिली थी. जब हर दिन पड़ोस के साथियों को स्कूल और कोचिंग जाते थे तो नंद उसे देखता रहता था. दादा ने उसे पढ़ने के लिए प्रेरित किया. किसान पिता अजय साह और माता बेबी देवी को इस बात की चिंता थी कि सामान्य बच्चों की तरह मेरा बच्चा नहीं पढ़ पायेगा. लेकिन नंद कुमार को पढ़ाने वाले शिक्षक जयराम कुमार, चुनचुन कुमार, सचिन कुमार ने नंद कुमार की प्रतिभा को परख लिया था. नंद कुमार में दिन प्रतिदिन पढ़ने के प्रति रुचि ने शिक्षकों का भी उत्साह बढ़ा दिया. नंद कुमार के दादा इंद्रदेव शाह ने ही पहले उसे खल्ली से जमीन में लिखने पढ़ने की आदत डलवायी. फिर धीरे धीरे नंदकुमार पैरों से स्लेट और फिर कागज में लिखना शुरू कर दिया.
पुलिस विभाग करेगा सम्मानित
पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने कहा कि नंद कुमार का सेंटर डीएवी पूरबसराय में था. उस समय उसे देख कर लगा कि आगे यह लड़का जरूर कुछ करेगा. उसने अपनी मेहनत के बल पर मैट्रिक परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास की है. मुझे व्यक्तिगत तौर पर काफी खुशी हुई. नंद कुमार के जज्बे को पुलिस विभाग सम्मानित करेगा. जिले में मैट्रिक परीक्षा में प्रथम व द्वितीय श्रेणी से पास करने वाले उन बच्चों को सम्मानित किया जायेगा, जिन्होंने विपरीत परिस्थिति में परीक्षा दी और पास किया.
मुंगेर जिले के मैट्रिक उत्तीर्ण टॉप टेन छात्र
क्र. सं-रौल कोड-रोल नं.-नाम-पिता का नाम-स्कूल-प्राप्तांक
1. 21065-1700143- आदित्य राज-पंकज यादव-किसान वैदिक हाइस्कूल लौना-444
2. 21002-1700179-किशन कुमार-आनंदी शर्मा-टाउन हाइस्कूल-443
3. 21068-1700193-आशीष कल्याण-किशोर कुमार-सुहास एल एस हाइस्कूल देवघरा-440
4. 21059-1700129-अजय कुमार-सुरेश साह-आर एन एंड पी आर हाइस्कूल जलालाबाद-438
5. 21331-1700036-बलराम कुमार-गुणानंद सिंह- उत्क्रमित मा स्कूल बिहमा तारापुर-437
6. 21059-1700046-नम्रता कुमारी-सर्वानंद प्रसाद-आर एन एंड पी आर हाइस्कूल जलालाबाद-436
7. 21053-1700345-शिखिल कुमार-कामरेड कुमार सिंह-एल एस हाइस्कूल रमनकाबाद खड़गपुर-435
7. 21019-1700335-नीतीश कुमार-सिकंदर यादव-हाइस्कूल सिंघिया-435
8. 21035-1700171- प्रिया कुमारी-रंजीत कुमार ठाकुर-हाइस्कूल सरहा-434
9. 21013-1700768-रूपेश कुमार-गुरुदेव पासवान-हाइस्कूल नौवागढ़ी-433
10. 21056-1700235-अभिज्ञान राजांशुल-संजीव कुमार-हाइस्कूल लोहची-432
10. 21061-1700133-सोफिया शबनम-मो कासिम रजा-एल बी एस के हाइस्कूल ममाई-432
10. 21039-1700088-इंदल कुमार-शंभु यादव-जनता हाइस्कूल-तौफीर दियारा-432
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