मधुबनी : घोघरडीहा प्रखंड स्वराज विकास संस्थान जगतपुर के तत्वावधान में सोमवार को स्थानीय एक होटल के सभागार में समेकित जल श्रोत प्रबंधन तथा टिकाऊ विकास विषयक मूल्यांकन सह सीख कार्यशाला का आयोजन किया गया.
कार्यशाला का उद्घाटन उपविकास आयुक्त हाकीम प्रसाद, जिप अध्यक्ष नसीमा खातून, जिप सदस्य सइदा बानो एवं संजीव डे ने संयुक्त रूप से किया. कार्यशाला को संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त हाकीम प्रसाद ने कहा कि अभी जलवायु परिवर्तन और जल संकट की दौर में ऐसे जल प्रबंधन, जल शुद्धिकरण, शौचालय, प्रबंध, खेतीबाड़ी, की जरूरत है. जो कम लागत पर लाभ दायक हो. इसमें जीपलएसवीएस द्वारा प्रस्तुत मॉडल आधार मॉडल है.
सफाई स्वच्छता के कार्य की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि हर लोगों को शौचालय का उपयोग करना चाहिये. इसके लिये सरकार प्रोत्साहन राशि देती है. साथ ही वायु प्रदूषण से बचने के लिये स्वच्छता अभियान पर जोर देने का आह्वान किया. वहीं जिप अध्यक्ष नसीमा खातून ने संस्था के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि संस्था का काम समाज हित में है. यह हर लोगों की समस्या के निदान के दिशा में पहल करने की योजना है.
इसलिये हर किसी को इस संस्था के सुझाव पर अमल करते हुए जल संधारण, स्वच्छता के उपाय करना चाहिए. इससे समाज स्वच्छ व स्वस्थ रहेगा. वहीं अन्य वक्ताओं ने कहा कि आज किसानों की सबसे अधिक समस्या सिंचाई है. इसके लिये आवश्यक है कि समुचित जल प्रबंधन किया जाय. वहीं कार्यक्रम के संबंध में जानकारी देते हुए संस्था के रमेश कुमार ने कहा कि वर्तमान समय में मधुबनी एवं सुपौल जिले के 18 गांवों में संस्था द्वारा कार्यक्रम चलाया गया है.
इस कार्यक्रम के द्वारा संस्था द्वारा एक ऐसे मॉडल को विकसित किया गया है जिससे भू जल, भूमि जल तथा वर्षा जल में समन्वय स्थापित कर भू जल के दोहन को रोककर कृषि तथा घरेलू कार्य के लिये जल की उपलब्धता को बढ़ाया जा सकेगा. मौके पर शैलेंद्र कुमार कर्ण, राम भरोस साह सहित कई लोग उपस्थित थे.