दुर्घटना में घायल महिला की मौत
बेनीपट्टी : थाना क्षेत्र के सरिसव गांव में ग्रुप के निकट रविवार की शाम हुई बाइक दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल महिला की मौत इलाज के दौरान देर रात दरभंगा में हो गयी. मृतका की पहचान बेनीपट्टी थाना क्षेत्र के देपुरा गांव निवासी अरुण कुमार मिश्र की 48 वर्षीय पत्नी सुनीता देवी के रूप में की गयी.
जानकारी के अनुसार श्री मिश्र अपनी पत्नी के साथ बेनीपट्टी बाजार से कोजगरा का सामान खरीदारी कर अपने बाइक से अपने गांव लौट रहे थे. इसी दौरान मधुबनी की ओर से तेज गति से आ रहे मधुबनी के चैनपुर भौआरा के बाइक सवार ने ठोकर मार दी. इससे न केवल श्री मिश्र की बाइक क्षतिग्रस्त हो गयी बल्कि वे दोनों पति-पत्नी भी गंभीर रूप से घायल हो गये.
घटना की सूचना पर आस पास के ग्रामीणों ने दोनों घायलों को पीएचसी बेनीपट्टी में भरती कराया गया जहां उनकी नाजुक हालत को देख चिकित्सकों ने उन्हें दरभंगा रेफर कर दिया. इलाज के दौरान ही देर रात में घायल महिला सुनीता देवी की मौत हो गयी. जबकि घायल श्री मिश्र का इलाज दरभंगा में चल रहा है.
बता दें कि श्री मिश्र रहिका पीएचसी में स्वास्थ्यकर्मी के रूप में कार्यरत भी हैं. उधर, घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय थाना पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर बाइक सवार दीपक पासवान व दोनों बाइक को अपने गिरफ्त में ले लिया और मृतका के घायल पति अरुण कुमार मिश्र के फर्द बयान पर मामला दर्ज कर आरोपित दीपक को हिरासत में लेकर आवयश्क कार्रवाई शुरू कर दी है. कृष्णदेव बने बेलाही रामजानकी मंदिर के महंत लदनियां. प्रखंड के बेलाही गांव स्थित रामजानकी मंदिर के महंत रामदेव दास के स्वर्गारोहन के बाद सर्वसम्मति से कृष्णदेव यादव को महंत बनाया गया है.
इस अवसर पर महंत सूर्यनारायण दास की देख रेख में संत सम्मेलन एवं भंडारे का आयोजन किया गया. भंडारे का आयोजन स्व. रामप्रसाद यादव के सुपुत्रों के सौजन्य से संभव हो सका. सम्मेलन में पहुंचे लगभग 500 संतों को संबोधित करते हुए महंत शुकदेव दास त्यागी ने कहा कि सच्ची साधना से प्राप्त ईश्वर भक्ति ही जीवन मुक्ति का आधार है. संतों के द्वारा भजन संकीर्तन एवं कथा वाचन का भी आयोजन किया गया. मौके पर महंत श्याम दास, भरत दास, सगुणलाल दास, रामविलास दास, रामकृष्ण दास, रामप्रिय दास, सरयुग दास, नथुनी दास, शुभनारायण दास, गुलाब दास, प्रयाग दास, बलराम दास, कुशेश्वर दास, देवनारायण दास, मुरली दास, मोहन दास, अगम लाल दास, शिवराम दास, रामावतार दास, भागवत दास, खुशीलाल दास व फुदन दास मौजूद थे.