मधुबनी/फुलपरास/निर्मली: जिले में अपराध का पर्याय माने जानेवाले पवन साह राधे साह गिरोह के सरगना 50 हजार का इनामी राधे साह की अपराधियों ने बुधवार की देर रात हत्या कर दी. फुलपरास पुरवारी टोला में एनएच-57 से सटे गांव के तुलसी माली के घर के निकट से गुरुवार की अहले सुबह शव बरामद किया गया. शव को देखने से लगता है कि उसके शरीर को किसी भारी पत्थरनुमा चीज से बुरी तरह कुचला गया है. शव बरामदगी के तुरंत बाद ही इसकी सूचना ग्रामीणों ने फुलपरास पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस देर तक शव की पहचान नहीं कर पायी थी, लेकिन जब आसपास के इलाके में शव का फोटो दिखाया गया, तो उसकी पहचान अपराधी गिरोह के सरगना राधे साह के रूप में हुई. वह लौकही थाना के खड़कपुर गांव के लाल साह का पुत्र था.
शव देखते ही गांव में सनसनी : मधुबनी के एसपी राजेश कुमार ने बताया कि शव राधे साह का है. इस पर सरकार ने 50 हजार का इनाम रखा था. वहीं, मृतक के परिवार की ओर से किसी ने भी पुलिस से इस संदर्भ में अब तक संपर्क नहीं किया है. गुरुवार की सुबह छह बजे फुलपरास पुरवारी टोला में तुलसी माली के घर के निकट ग्रामीणों ने एक अज्ञात शव को देखा. शव देखते ही गांव में सनसनी फैल गयी. सैकड़ों की तादाद में लोग वहां जुट गये. इसकी सूचना स्थानीय थाना पुलिस को दी गयी.
देखते ही देखते पहुंची सभी थानों की पुलिस : सूचना मिलते ही फुलपरास थानाध्यक्ष सनोवर खान घटनास्थल पर पहुंचे. बाद में डीएसपी कुंदन कुमार भी मौके पर आ कर शव की जांच की, लेकिन शव की पहचान नहीं हो पायी. बाद में पुलिस ने आसपास के गांव में सूचना भेजी. इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने शव का फोटो लेकर अगल-बगल के गांव में भेजा गया. फोटो देखने के बाद लोगों ने शव की पहचान शातिर व 50 हजार का इनामी अपराधी राधे साह के रूप में की गयी. पहचान होते ही पुलिस महकमे में सनसनी फैल गयी. देखते ही देखते फुलपरास अनुमंडल के सभी थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गयी. बाद में पुलिस ने राधे साह की मौत की सूचना उसके गांव लौकही थाना के खड़कपुर गांव में परिजनों को भेजा गया.
एक साल पहले घोषित हुआ था इनाम : राधे साह अपने साथी पवन साह के साथ मिल कर जिले में एक संगठित आपराधिक गिरोह का संचालन करता था. यह गिरोह मधुबनी जिला समेत सुपौल, सहरसा, मधेपुरा के अलावे सीमावर्ती नेपाली क्षेत्र में सुपारी लेकर हत्या, फिरौती के लिये अपहरण, डकैती, सड़क लूट, रंगदारी वसूली की घटनाओं को अंजाम देता था. यह पिछले तीन साल से पुलिस के लिये सिरदर्द बना हुआ था. चर्चित चितरंजन साह की दो साल पहले हुई हत्या में भी राधे साह के हाथ होने की बात पुलिस कह रही है. राधे के विरुद्ध मरौना व निर्मली थानों में लूटपाट, डकैती, रंगदारी व हत्या के मुकदमे दर्ज हैं. बहुचर्चित ललमिनिया पंचायत के मुखिया जनार्दन प्रसाद की हत्या व सरोजा बेला के धर्मेद्र यादव हत्याकांड में भी राधे नामजद अभियुक्त रहा है. निर्मली के एसडीपीओ नेशार अहमद शाह ने बताया कि हत्या कब और कैसे हुई, इसकी जांच की जा रही है.
पत्थर से कुचल कर हुई हत्या
हत्या बुधवार की देर रात की गयी है. एसपी राजेश कुमार ने बताया है कि राधे साह की किसी अन्य जगह पर हत्या की गयी है. शव को यहां लाकर फेंक दिया गया था. वहीं, शव को देखने से लगता है कि उसे किसी भारी वस्तु या बड़े पत्थर से कुचला गया है.