मधुबनी : बदलेगी सोच तो आयेगी समानता. बाल विवाह व भ्रूण हत्या रोकने के लिए चलायी जा रही मुहिम रंग लाने लगी है. जीविका दीदियों की ओर से करीब एक साल पहले शुरू किया गया अभियान जमीन पर उतरने लगा है. शादी के फेरे लेने वाले दूल्हा व दुल्हन भी अब खुले तौर पर आठवां फेरा लगा कर शपथ ले रहे हैं कि वे जीवन में कभी भी भ्रूण हत्या नहीं करेंगे.
बिस्फी प्रखंड के औंसी गोठ गांव में 29 अप्रैल को सीमा व नवल किशोर शादी के बंधन में बंधे. यह शादी उनके साथ ही समाज के लिए भी प्रेरणादायी व यादगार रही. लोगों ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया. सामान्य तरीके से रश्मों को निभाया जा रहा था. इसी बीच, अचानक नवदंपती ने माइक पकड़ कर जो पहल की वह इस शादी को अन्य शादियों से अलग कर दिया. पंडित ने आम शादी की तरह ही सीमा व नवल के भी सात फेरे लगाये. मंत्र पढ़े जा रहे थे. सात फेरे लेने के बाद पंडित जी ने तो मंत्र पढ़ना छोड़ दिया. गांव की महिलाएं भी रस्म को पूरा होने की बात मान रुक गयीं. पर नवल व सीमा ने आठवां फेरा लगाना शुरू कर दिया. लोग अचंभित रह गये. जब दोनों ने शादी में आठ फेरे लेकर भ्रूण हत्या नहीं करने की शपथ ली, तो देखने वाले दंग रह गये. इसके बाद नवल ने माइक पकड़ी और सब के सामने भ्रूण हत्या नहीं करने की शपथ ली.
जीविका ने किया प्रेरित
शादी समारोह में वर-वधू ने बताया कि जीविका के परामर्शी वेदानंद साह की प्रेरणा से आठवां फेरा लिया हूं. मैलाम पंचायत के मुखिया डॉ रामनाथ चौधरी ने कहा कि समाज के अंदर इस तरह के विवाह से कन्या भ्रूण हत्या रोकने में जागरूकता आयेगी. उन्होंने कहा कि पंचायत का मुखिया होने के नाते खुशबू के इस साहसिक पहल पर गांववासी गर्व महसूस कर रहे हैं. उन्होंने अभियान का नेतृत्व कर रहे जीविका परामर्शी वेदानंद साह की भी प्रशंसा की. इस अवसर पर लड़के के पिता राजेंद्र राय ने भी वधू पर गर्व महसूस किया.
जीविका परामर्शी वेदानंद साह ने कहा कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की इस सोच ने लोगों को जागरूक किया. समारोह में रवि कुमार, अतुल कुमार, बुद्धदेव कुमार, खान साहब, बीपीएम विजय कुमार राय आदि लोग उपस्थित थे.
तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजा शादी पंडाल : अंधराठाढ़ी प्रखंड के मैलाम गांव में मनोज कुमार राय की बेटी खुशबू कुमारी व गोदाम टोल जलसैन के राजेंद्र राय के पुत्र संदीप राय ने कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए खुले मंच पर आठवां फेरा लेकर मानो लोगों को जागरूक करने का अभियान ही छेड़ दिया. मंच पर जब खुशबू व संदीप शपथ ले रहे थे, तो पूरा पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज रहा था.