लापरवाही . नियमों की अनदेखी से शहर में विकराल हुई समस्या
Advertisement
रोड पर पार्किंग, शहर में जाम
लापरवाही . नियमों की अनदेखी से शहर में विकराल हुई समस्या विकास सतत प्रक्रिया है. व्यवस्थित विकास सुकून देता है, वहीं अव्यवस्था हो तो तनाव पैदा होता है. गलत पार्किंग के कारण शहर में रोज जाम की स्थिति बनती है. जाम व्यक्ति व व्यवस्थाजनित नकारात्मक स्थिति है. इससे सभी को तनाव व मानसिक पीड़ा होती […]
विकास सतत प्रक्रिया है. व्यवस्थित विकास सुकून देता है, वहीं अव्यवस्था हो तो तनाव पैदा होता है. गलत पार्किंग के कारण शहर में रोज जाम की स्थिति बनती है. जाम व्यक्ति व व्यवस्थाजनित नकारात्मक स्थिति है. इससे सभी को तनाव व मानसिक पीड़ा होती है. लेकिन, शहर में यह समस्या कम होने के बावजूद दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है.
मधेपुरा : शहर के विकास के लिए सरकार द्वारा तमाम योजनाएं बनायी जा रही हैं. इन योजनाओं के तहत जिले में विकास का कार्य जारी है. विश्व विद्यालय के अलावे मेडिकल कॉलेज होने की वजह से जिले के विकास में और बढ़ोतरी हो रही है. लेकिन एक समस्या जो लोगों को हमेशा परेशानी में डाल रही है. वहीं जिला प्रशासन का भी इस कोई ध्यान नहीं है. यह समस्या है पार्किंग की. सड़क निर्माण में नियमानुसार पार्किंग के लिए जगह भी छोड़ना है लेकिन सच इससे अलग है.
एक दशक पहले तक दो किलो मीटर लंबी एक सड़क के दोनों ओर लगा बाजार तक मधेपुरा का कारोबार सीमित था. अब शहर में सड़कों का जाल बिछता जा रहा है और इसके साथ ही बाजार का आकार भी विशाल होता जा रहा है. लेकिन किसी भी अन्य बड़े शहर की तरह मधेपुरा में भी पार्किंग बड़ी समस्या बन रहा है. पार्किंग की व्यवस्था न तो किसी बैंक में और न बाजार में है. प्राइवेट नर्सिंग होम, साइबर, शॉपिंग सेंटर एवं शहर के बड़े- बड़े प्रतिष्ठानों के सामने जाम लगी रहती है. इस तरह घंटों जाम में रहने के कारण लोग जिले के आलाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को कोसते रहते हैं.
यहां-वहां लगता है जाम : सुभाष चौक स्थित बैंक ऑफ इंडिया एवं ग्रामीण बैंक, भारतीय स्टेट बैंक मुख्य शाखा और एडीबी, मेन रोड स्थित सेन्ट्रल बैंक आदि के सामने तो सुबह से लेकर देर शाम तक जाम की स्थिति बनी रहती है. मेन रोड पर ही कई ब्रांडेड कंपनियों के शोरूम और डिपार्टमेंटल स्टोर हैं. जाम के कारण जयपालपट्टी चौक स्थित नर्सिंग होम एवं एलआईसी कार्यालय के सामने तो पैदल चलने की स्थिति भी नहीं रहती है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement