शंकरपुर : प्रखंड मुख्यालय के भारतीय स्टेट बैंक शंकरपुर शाखा में भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस असहज महसूस करते नजर आ रहा था. चूंकि जिस बैंक परिसर में पचास लोगों की खड़ा होने का जगह है. उसमे आज को हजारों लोगों की भीड़ जमा हो रहा है. उसमे भी बैंक खुलने से दो घंटे […]
शंकरपुर : प्रखंड मुख्यालय के भारतीय स्टेट बैंक शंकरपुर शाखा में भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस असहज महसूस करते नजर आ रहा था. चूंकि जिस बैंक परिसर में पचास लोगों की खड़ा होने का जगह है. उसमे आज को हजारों लोगों की भीड़ जमा हो रहा है. उसमे भी बैंक खुलने से दो घंटे पहले से लोग बैंक खुलने के इंतजार में जमघट लगा हुआ था.
इस कारण शंकरपुर से परसा की और जाने वाली रोड से गुजरने में वाहन को परेशानी का सामना करना पर रहा है. जैसे ही बैंक खुला बैंक के अंदर खचाखक भीड़ जम गया और राशी निकासी और जमा के लिए हम पहले तो हम पहले की होर लगा हुआ था. भारतीय स्टेट बैंक में गुरूवार को राशी की तो निकासी हो रहा था लेकिन 10 रुपये की गद्दी लोगों के लिए मुसीबत लग रहा था. लेकिन लोगों के बीच नया नोट की किल्लत रहने के कारण 10 के भी नोट लोग आसानी से स्वीकार कर लेते देखे गये.
वही ग्रामीण बैंक शंकरपुर शाखा में लोगों को निकासी के लिए ज्यादा से जायदा एक हजार का ही परमिशन मिल रहा था और बैंक के द्वारा भी ज्यादा से जायदा एक हजार ही दिया जा रहा था. इस कारण खाता धारक को परेशानी देखा जा रहा था. लेकिन शंकरपुर के किसी भी बैंक में रूपया बदला नहीं जा रहा है. इस कारण भी लोग काफी परेशान हो गये है.
काले धन पर अंकुश लगाने की मोदी सरकार की मंशा पर आम जनमानस की परेशानियां भारी पड़ती नजर आ रही है. नोट बंदी का रोजमर्रा के जीवन पर सबसे अधिक असर दिखाई दे रहा है. शंकरपुर बाजार में बंद पड़े एटीएम और लोगों की पैसे को लेकर हो रही किल्लत से परेशानी आसानी से समझी जा सकती है. वही पैसा जमा करने और पैसा निकालने के लिए लंबी लाइन देखकर ही लोगों को पसीना निकल रहा है. भारतीय स्टेट बैंक शाखा शंकरपुर की लाइन लंबी होने के कारण उसे गोले आकार में बनाकर लोग खड़े रहे.
बैंककर्मी लोगों से जूझते नजर आये और बैंक में भारी भीड़ से बचाने के लिए लोगों को बाहर ही खड़ा रह कर अपनी बारी का इंतजार करना पर रहा है. वही उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक शंकरपुर और उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक भाठी के शाखा में भी लोगों की काफी भीड़ लगी थी.किसानों का कहना है की धान की कटाई के बाद गेंहू मक्का सहित अन्य रबी फसलों की बुआई के समय में ये कैसी मुसीबत है किसानों के लिए नोट बंदी उनकी फसलों के लिए किसी मंदी से कम नहीं है. जहां इस समय धान की कटाई जोरो पर है वही कुछ किसान गेंहू की बुआई करने की तैयारी में है. पैसों की कमी के कारण उन्हें काफी फझीहत झेलना पड़ रहा है. कुछ किसान इसे किसी मुसीबत से कम नहीं मान रहे हैं.
शंकरपुर थाना में कार्यरत चोकीदार फुलेस्वर की बेटी के शादी 24 नंबर को होना है. लेकिन 1000 और 500 सो के नोटों पर पूर्ण पाबंदी पर इनके लिए एक बड़ी मुसीबत बनी हुए है कि रोज बैंक का चक्कर लगा रहा हूं. लेकिन अपने खाते से एक मुस्त राशि की निकासी नहीं हो पा रहा है. जिसकारण शादी के सामान खरीदारी करना मुश्किल हो रहा है. ऐसे ही कई लोगों है जिनके घर में इस माह शादी समारोह होना है. लेकिन बैंक से राशी निकासी के लिए पुरे दिन बैंक का चक्कर लगाना पर रहा है.