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काम में अनियमितता, विवि के चार शिक्षकों का वेतन रोका

मधेपुरा : पीजी विभागों में निरीक्षण के दौरान कार्य में अनियमितता पाये जाने पर चार शिक्षकों के वेतन पर रोक लगायी गयी है. विवि परिसर स्थित वनस्पति शास्त्र विभाग एवं मनोविज्ञान विभाग में निरीक्षण के दौरान उपस्थिति पंजी का अवलोकन किया गया. जिसमें पाया गया कि शिक्षक उपस्थिति पंजी पर हस्ताक्षर तो किये है, लेकिन […]

मधेपुरा : पीजी विभागों में निरीक्षण के दौरान कार्य में अनियमितता पाये जाने पर चार शिक्षकों के वेतन पर रोक लगायी गयी है. विवि परिसर स्थित वनस्पति शास्त्र विभाग एवं मनोविज्ञान विभाग में निरीक्षण के दौरान उपस्थिति पंजी का अवलोकन किया गया.
जिसमें पाया गया कि शिक्षक उपस्थिति पंजी पर हस्ताक्षर तो किये है, लेकिन पंजी पर आवागमन के समय का उल्लेख नहीं किया गया है. विवि से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि स्नातकोत्तर वनस्पति शास्त्र विभाग में कतिपय पायी गयी अनियमितताओं के निमित्त विभिन्न शिक्षकों के वेतन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगायी जाती है. जिसमें डॉ आरएन यादव के दो जनवरी से आठ जनवरी तक के वेतन पर रोक लगा दिया गया है. वहीं डॉ ए फजल के सात जनवरी से आठ जनवरी एवं डॉ गणोश प्रसाद के सात जनवरी से आठ जनवरी तक के वेतन पर रोक लगाया गया है.
वहीं मनोविज्ञान विभाग के एक शिक्षक का भी वेतन विवि प्रशासन द्वारा रोक दिया गया है. गौरतलब है कि वर्तमान कुलपति डॉ बिनोद कुमार ने शैक्षणिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए पीजी विभागों सहित विवि अंतर्गत सभी अंगीभूत कॉलेजों में प्रपत्र जारी किया है. जिसमें शिक्षक व छात्र के उपस्थिति सहित शिक्षकों के आगमन एवं प्रस्थान का समय अंकित किया जाना है. इसके अलावा प्रतिदिन वर्ग में किस टॉपिक पर छात्रों को पढ़ाया गया, इसकी जानकारी भी प्रपत्र में भर कर देना है.
विवि प्रशासन द्वारा जारी इस प्रपत्र का असर अधिकांश पीजी विभागों व कॉलेजों में देखा जा रहा है. लेकिन कई ऐसे कॉलेज व पीजी विभाग है जो आज भी प्रतिदिन रिपोर्ट तैयार कर विवि मुख्यालय को नहीं भेज रहे है. इसके लिए विवि प्रशासन ने सहरसा स्थित एक पीजी विभाग एवं पूर्णिया प्रमंडल स्थित तीन कॉलेजों का स्पष्टीकरण मांगा था. इसके बाद कॉलेजों व पीजी विभाग से प्रतिदिन रिपोर्ट आनी शुरू हो गयी.

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