* नगर परिषद क्षेत्र में जलजमाव से लोगों को आवागमन में हो रही है परेशानी
मधेपुरा : नगर परिषद के उदासीनता से जिला मुख्यालय में मॉनसून के दस्तक मात्र से जलजमाव की समस्या नासूर बन गयी है. शहर के मुख्य पथ सहित विभिन्न वार्डो में जलजमाव के कारण जन -जीवन अस्त -व्यस्त हो गया है.
पैदल राहगीरों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई मुहल्लों में नाले का पानी वर्षा जल के साथ मिल कर सड़क पर बह रहा है. जलजमाव से होने वाली बदबू से राहगीर परेशान है.
* गंदा पानी बह रहा सड़क पर
जिला मुख्यालय का बस स्टैंड का मुख्य द्वार जलजमाव के कारण तालाब का रूप अख्तियार कर लिया है. बस पड़ाव स्थित खराब पड़े शौचालय की टंकी से बहता पानी भी वर्षा जल में मिल कर बस पड़ाव में बदबू फैला रहा है. इस कारण यात्री व वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बस पड़ाव के दुकानदार बताते हैं कि यह स्थिति कई महीने से है. वर्षा होने के बाद समस्या और विकराल हो जाता है. बस पड़ाव के ठीक सामने स्थित नगर परिषद के मार्केट के सामने भी जलजमाव हो गया है.
* मुहल्लों की स्थिति बदतर
नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 21 चंदा टॉकिज के पास जलजमाव की समस्या स्थानीय लोगों के लिए नासूर बन गयी है. शहर के स्टेशन चौक आजाद टोला, जयपालपट्टी, पुरानी बाजार, बीपी मंडल रोड, पूर्णिया गोला चौक, स्टेट बैंक रोड आदि में भी जलजमाव की समस्या है. इस कारण स्कूल जाने वाले छोटे-छोटे बच्चे परेशान हो रहे है.
* जलजमाव का कारण नाला जाम
साफ- सफाई के अभाव से जूझते शहर के सभी नाले की स्थिति बदतर है. सूत्र बताते है कि साफ-सफाई के नाम पर नगर परिषद के अधिकारियों द्वारा महज खानापूर्त्ति किया जाता है. इस कारण बरसात के मौसम में जलजमाव होना लाजिमी है.
* कहते हैं अधिकारी
इस समस्या के बाबत नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी लखेंद्र पासवान कुछ बोलने से पहरेज किये. सिंहेश्वर प्रतिनिधि के अनुसार, मंगलवार से हो रही बारिश के कारण हुए जलजमाव के कारण डीबी रोड मेला ग्राउंड रोड व ब्लॉक रोड पर लोगों का चलना दूभर हो गया है. व्यवसायी संजीव भगत ने बताया कि बरसात से पहले ही नाले की सफाई हो जाती तो ऐसी समस्याएं नहीं होती. वहीं व्यवसायी अंकित कुमार ने बताया कि इस रोड के दुकानदार अपने दुकान और घर का कचड़ा सड़क पर नहीं डाले तो सड़क पर कीचड़ की समस्या उत्पन्न नहीं होगी.
वहीं विनोद कुमार ने बताया कि सरकार ने बाढ़ के बाद इस सड़क पर अब तक निर्माण का कार्य नहीं किया है. जिस कारण स्थानीय व्यवसायी सहित बाहर से आने वाले श्रद्धालु परेशान होते है. वहीं मंदिर के मुख्य द्वार हाथी गेट पर जलजमाव की समस्या विकराल रूप अख्तियार कर लिया है. वर्षा जल के साथ साथ नाली से वहता पानी श्रद्धालुओं के लिए परेशानी का सबब बन गया है. स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से इस मामले में समुचित उपाय करने की गुहार लगायी है.