बैजनाथ बालिका +2 उच्च विद्यालय : शिक्षकों का अभाव, पेयजल की किल्लत फोटो संख्या : 6,7फोटो कैप्सन : बैजनाथ बालिका उच्च विद्यालय एवं बंद पड़ा प्याऊ प्रतिनिधि, मुंगेरबालिकाओं को शिक्षा से जोड़ने के लिए सरकार ने भले ही कई लाभकारी योजनाएं चला रखी हो, किंतु जमीनी हकीकत कुछ और ही है. आधुनिकता के दौर में भी स्कूली छात्राएं मूलभूत सुविधाओं से महरूम है. इतना ही नहीं उन्हें पढ़ाने के लिए विद्यालय में कई विषयों के शिक्षक भी उपलब्ध नहीं है. जिसके कारण शिक्षा विभाग द्वारा किये गये गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के दावे खोखले नजर आ रहे हैं. ऐसे ही विद्यालयों में से एक शहर के पीपल पांती रोड स्थित बैजनाथ राजकीय बालिका +2 स्तरीय विद्यालय भी है.पांच विषयों में शिक्षकों का है अभावबैजनाथ राजकीय बालिका +2 स्तरीय विद्यालय की स्थापना वर्ष 1932 में ही की गयी है. इस विद्यालय में कुल नामांकित छात्राओं की संख्या 1790 है. यहां माध्यमिक में कुल 33 शिक्षक एवं उच्चतर माध्यमिक में 19 शिक्षक पदस्थापित हैं. इसके अलावे एक पुस्तकालय अध्यक्ष तथा एक प्रयोगशाला सहायक भी यहां पदस्थापित हैं. बावजूद यहां माध्यमिक के लिए विज्ञान, गणित व संस्कृत में दो- दो शिक्षकों का पद रिक्त है. साथ ही शारीरिक शिक्षा व कंप्यूटर के भी शिक्षक का अभाव है. जिसके कारण छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो रही है. शुद्ध पेयजल की नहीं है व्यवस्थावर्ष 2003 में भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा विद्यालय परिसर में छात्राओं को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए एक प्याऊ का निर्माण कराया गया था. किंतु पिछले चार साल से यह प्याऊ बंद पड़ा हुआ है. जिसके कारण छात्राओं को शुद्ध पेयजल की सुविधा नहीं मिल पा रही है. हाल यह है कि वर्तमान समय में छात्राओं को पेयजल के लिए चापाकल का सहारा लेना पड़ रहा है. जिसका पानी पीने योग्य नहीं है.शौचालय छह, पानी की व्यवस्था ही नहींविद्यालय में छात्राओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए कुल छह शौचालय का निर्माण करवाया गया है. किंतु एक में भी पानी की व्यवस्था ही नहीं दी गयी है. जिसके कारण छात्राओं के साथ- साथ यहां के शिक्षकों को भी खासे परेशानियों का सामना करना पड़ता है. संयोग से यदि किसी को शौच लग जाय तो उन्हें चापाकल से पानी ढो कर शौचालय तक लेकर जाना पड़ता है. इसके कारण छात्राओं व शिक्षकों को शर्मिंदा हाना पड़ता है.चहारदीवारी की नहीं हो रही मरम्मतीविद्यालय का दक्षिणी-पश्चिमी चहारदीवारी इस साल आये भूकंप में ही क्षतिग्रस्त हो चुका है. जिसके कारण क्षतिग्रस्त चहारदीवारी के तरफ से काई भी आसानी से विद्यालय परिसर में प्रवेश कर सकता है. बावजूद अब तक इसकी मरम्मती नहीं की गयी है. मालूम हो कि दो माह बाद इस विद्यालय को मैट्रिक व इंटर परीक्षा के लिए केंद्र भी बनाया जायेगा. जिसके दौरान उक्त क्षतिग्रस्त चहारदीवारी का कदाचारियों द्वारा दुरुपयोग किया जा सकता है.कहते हैं प्राचार्यविद्यालय की प्राचार्या किरण कुमारी रंजन ने बताया कि पूर्व से जो जेट पंप विद्यालय में उपलब्ध था. वह पिछले चार साल से खराब पड़ा हुआ है. जिसके कारण प्याऊ व शौचालय में पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. चहारदीवारी के मरम्मत व शिक्षकों के रिक्त पद के लिए विभाग को लिखा गया है.
Advertisement
बैजनाथ बालिका +2 उच्च वद्यिालय : शक्षिकों का अभाव, पेयजल की कल्लित
बैजनाथ बालिका +2 उच्च विद्यालय : शिक्षकों का अभाव, पेयजल की किल्लत फोटो संख्या : 6,7फोटो कैप्सन : बैजनाथ बालिका उच्च विद्यालय एवं बंद पड़ा प्याऊ प्रतिनिधि, मुंगेरबालिकाओं को शिक्षा से जोड़ने के लिए सरकार ने भले ही कई लाभकारी योजनाएं चला रखी हो, किंतु जमीनी हकीकत कुछ और ही है. आधुनिकता के दौर में […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement