किशनगंजः होली के मद्देनजर शहर में रंग-गुलाल की दुकानें सज गई हैं. बाजार में खरीदारों की भीड़ लगने लगी है. आप भी होली की तैयारी में होंगे. खरीदारी भी कर रहे होंगे. लेकिन, रंग व गुलाल की खरीदारी में थोड़ी सावधानी बरतें. आकर्षक रंगों के कुप्रभाव की जानकारी जुटा लें. कहीं ऐसा न हो कि इस खुशी के त्योहार में रंग-गुलाल आपकी सेहत को खराब कर दे.
हाल ही में खड़गपुर इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों की टीम ने बाजारों में खुलेआम बिक रहे रंग व गुलालों के नमुनों की जांच की. उनकी रिपोर्ट के अनुसार अबीर में पारा सीसा, क्रोमियम, कोडमियम,जस्ता, निकेल जैसे हानिकारक तत्वों के साथ-साथ लौह आक्र ाइड भी मिले थे. वहीं, गुलाबी रंग रोड़ामाइट व नीले रंग के लिए प्रयोग में लाया जाने वाला मैथलिन मानव शरीर के लिए काफी हानीकारक होता है.
वैज्ञानिकों का कहना है कि अबीर में प्रयोग किए गए हानीकारक रसायन श्वांस नली को अवरुद्ध कर सकते हैं. खुखे रंग व पेस्ट व्यवहार किए कैमीकल से कैंसर, पिंक डिजीज हो सकते हैं. जबकि गर्भवती महिलाओं में इसके दुष्प्रभाव के कारण गर्भवती शिशु का विकास अवरुद्ध हो सकता है. इतना ही नहीं इन हानिकारक रसायनों के इस्तेमाल से त्वचा कैंसर, एलर्जी, किडनी की बीमारी तक हो सकती है.