किशनगंज : जिला के महिला थाना में तीन घंटे तक चला पारिवारिक ड्रामा़ एक व्यक्ति की दो-दो पत्नी और उस पर कमाई का कोई साधन नहीं. मामला सातबिट्टा मझिया के अब्दुल रहमान के पुत्र साबिर आलम के द्वारा की गयी दो-दो शादियों का है़ महिला थाना पहुंची साबिर आलम की दूसरी पत्नी पीड़िता रूकसाना खातून का आरोप है कि उसके पति साबिर आलम उसको अपने घर पर नहीं रखता है न ही उसका खर्च उठाता है़
शादीशुदा होने के बावजूद साबिर आलम ने उसके साथ प्रेम कर शादी रचायी. हालांकि मामला पहले भी महिला थाना में आया था़, जहां उसे 40 दिनों का समय दिया गया था और वह समय पूरा होने पर भी दूसरी पत्नी को घर लाना ही नहीं चाहता़ उसकी पहली पत्नी सोनी खातून, जो एक बच्चे की मां है वह महिला थानाध्यक्ष महाश्वेता के समझाने पर राजी हो गयी़ पर साबिर आलम यह बहाना बना रहा है.
मुसलिम रिवाज के अनुसार साबिर के निकाह के वक्त तय की गयी देन मोहर दो लाख रुपये थी, वह भी देने की स्थिति में वह नहीं है़ साबिर आलम महिला थाना में बैठा रहा और वह कहता रहा मुझे जेल भेज दिया जाये पर मैं उसे घर नहीं ले जाऊंगा. महिला थाना में उसके वार्ड पार्षद गुल मोहम्मद को बुलाया गया और महिला थानाध्यक्ष द्वारा काफी समझाने के बाद उसकी पहली पत्नी सोनी के पास सुलह करने भेज दिया गया़ थानाध्यक्ष द्वारा काफी फटकार लगाने के बाद आरोपी साबिर आलम पीड़िता को ले जाने के लिए तैयार हुआ़