किशनगंज: शहर के डुमरिया भट्ठा स्थित पासवान टोला निवासी मंगलवार को ‘सर प्लीज मुङो बचा लीजिए, वरना वह मुङो जीते जी मार डालेगा’ की पुकार सुन चौंक उठे. स्थानीय लोग युवती की पुकार को सुन आवाज की दिशा में उसकी तलाश करने लगे. खोजबीन के बाद भी वे पीड़िता को नहीं खोज पाये. इसी दौरान […]
किशनगंज: शहर के डुमरिया भट्ठा स्थित पासवान टोला निवासी मंगलवार को ‘सर प्लीज मुङो बचा लीजिए, वरना वह मुङो जीते जी मार डालेगा’ की पुकार सुन चौंक उठे. स्थानीय लोग युवती की पुकार को सुन आवाज की दिशा में उसकी तलाश करने लगे. खोजबीन के बाद भी वे पीड़िता को नहीं खोज पाये. इसी दौरान सहसा एक बच्चे की नजर छोटी सी खिड़की पर पड़ी. पीड़िता बंद कमरे से बाहर निकालने की गुहार लगा रही थी. स्थानीय लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी.
कुछ ही देर में स्थानीय पुलिस घटना स्थल पर पहुंची गयी व घर के मुख्य द्वार पर जड़े ताले को तोड़ पीड़ित महिला को अपने संरक्षण में थाना ले आयी. वहां पीड़िता ने जब अपनी दुख भरी दास्तां बयां की, तो उपस्थित पुलिस पदाधिकारी का दिल भी भर आया. पीड़िता अंजलि कुमारी ने बताया कि पहली पत्नी की संदेहास्पद मौत के बाद स्थानीय डुमरिया भट्ठा पासवान टोला निवासी संतोष कुमार रामदास ने गत तीन फरवरी 2014 को शादी की. अंजलि ने बताया कि उसके पिता राम शंकर दास, फुलबस्ती निवासी पेशे से दैनिक मजदूर हैं व रोजी-रोटी के लिए परदेस में रहते हैं.
संतोष की पहली पत्नी ने की थी आत्महत्या
आठ मई 2013 को आंगनबाड़ी सेविका पत्नी सोनी देवी की रहस्यमय तरीके से हुई मौत के बाद जब संतोष ने दूसरी शादी करने की इच्छा प्रकट की व अंजलि के पिता से उसका हाथ मांगा.
तीन फरवरी 2014 को अंजलि व संतोष परिणय सूत्र में बंध गये. अंजलि डुमरिया भट्ठा स्थित पति के मकान में आकर रहने लगी, लेकिन शादी के चंद दिनों बाद ही अंजलि के अरमान चूर-चूर हो गये. अक्सर शराब के नशे में संतोष उसकी बेरहमी से पिटाई करने लगा. गत शुक्रवार को संतोष ने अंजलि को पिटाई की और उसे एक छोटे कमरे में बंद कर बाहर से ताला जड़ दिया. लगातार पांच दिनों तक भूखी-प्यासी कमरे में बंद रहने के बाद मंगलवार को उसकी हिम्मत जवाब दे गयी. उसने खुद के बचाव के लिए पड़ोसियों को आवाज लगानी शुरू कर दी. स्थानीय पुलिस द्वारा ताला तोड़ उसे आजाद कराया.
पुलिस ने उसका बयान रिकार्ड कराया व उसे तत्काल महिला हेल्प लाइन के हवाले कर दिया. शाम तक स्थानीय थाना में पीड़िता के फर्द बयान के आधार पर पति संतोष कुमार रामदास के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया जारी थी.