ठाकुरगंज : किशनगंज जिला पदाधिकारी पंकज दीक्षित द्वारा जिले के बालू घाटों पर बालू का खनन 30 सितंबर तक बंद किये जाने के आदेश के बावजूद ठाकुरगंज के चेंगा घाट पर बालू का खनन बदस्तूर जारी है. सोमवार को इस नदी के कटहलडांगी घाट पर जेसीबी मशीन और ड्रेजर के जरिये बालू का खनन तो जारी था ही, ट्रैक्टर में बैखोफ बालू लोड किया जा रहा था. वहीं इस मामले में जब माइनिंग पदाधिकारी मतिउर्रह्मान से बात की गई तो उनका जबाव खुद कई सवाल पैदा करता दिखा.
उन्हें जब चेंगा घाट से बालू के खनन की जानकारी दी गई तो पहले तो उन्होंने यह कह कर मामले का पटाक्षेप करने का प्रयास किया की जिस जगह से बालू का उठाव हो रहा है वो बंदोबस्त भूभाग है परन्तु जब उन्हें यह जानकारी दी गई की जिला पदाधिकारी द्वारा 30 सितंबर तक जिले के सभी घाटों से खनन बंद किये जाने का आदेश निर्गत किया गया है तो उनका जबाव तुरंत बदल गया और उन्होंने स्टाॅक किये गये बालू के उठाव की बात कही .
जब बालू का उठाव नदी के गर्भ से किये जाने और इसके लिए वजाब्ते जेसीबी मशीन और ड्रेजर का इस्तेमाल किये जाने की बात कही गई और कहा गया की बालू का स्टाॅक नदी के बीच में कोई क्यों करेगा़ स्टाॅक तो किसी सुरक्षित स्थल पर होता है तो जांच के बाद कार्रवाई की बात उन्होंने कही. अब सवाल उठता है की आखिर खनन पदाधिकारी क्यों मामले को टालने का प्रयास कर रहे हैं. क्यों सरकार के स्पष्ट आदेश के बाजूद खुलेआम प्रखंड के न केवल चेंगा नदी बल्कि मेची, बूढी कनकई के साथ जमनाधार में भी लगातार बालू का खनन किया जा रहा है और कार्यवाई के बदले खनन पदाधिकारी इस खनन को वैध बता रहे हैं.