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अधिकारियों की चाकरी करते हैं बाल मजदूर
खगड़िया: बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए न जाने राज्य तथा केंद्र सरकार कितनी योजनाएं चला रही है. इसके बाद भी बड़ी संख्या में बच्चे शिक्षा की मुख्य धारा से नहीं जुड़ सके हैं. आलम यह है कि बाल मजदूर अधिकारियों के कार्यालय में ही काम करते नजर आ रहे हैं. गुरुवार को जब […]
खगड़िया: बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए न जाने राज्य तथा केंद्र सरकार कितनी योजनाएं चला रही है. इसके बाद भी बड़ी संख्या में बच्चे शिक्षा की मुख्य धारा से नहीं जुड़ सके हैं.
आलम यह है कि बाल मजदूर अधिकारियों के कार्यालय में ही काम करते नजर आ रहे हैं. गुरुवार को जब एक बच्च सामाजिक सुरक्षा कोषांग कार्यालय में बाबुओं के लिए चाय लेकर पहुंचा, तो श्रम विभाग सहित अन्य विभाग के दावे की भी कलई खुल गयी. अनुमंडल कार्यालय में ही सामाजिक सुरक्षा कोषांग तथा श्रम विभाग का कार्यालय है. इसके अलावा अनुमंडल कार्यालय में ही बहुत से ऐसे होटल हैं, जहां खुलेआम बाल मजदूरी होती है. इसकी रोकथाम के लिए श्रम विभाग सार्थक कदम नहीं उठा सका है. विभाग द्वारा जिला पदाधिकारी एवं राज्य को सिर्फ अभिलेख के माध्यम से मुक्त बाल मजदूरों की संख्या बतायी जा रही है. पर, धरातल पर दस माह में मात्र 20 बाल मजदूरों को नियोजक के यहां से मुक्त करा कर कर्तव्य की इतिश्री कर ली है. पर, सच्चई यह है कि पढ़ने-लिखने की उम्र में कार्यालय के बाबुओं के आगे छोटे-छोटे बच्चे चाय, नाश्ता, पानी पेस करते नजर आते हैं.
श्रम विभाग कीछापेमारी का आंकड़ा
श्रम विभाग द्वारा 10 जून, 2014 को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कुम्हरचक्की निवासी कमल किशोर यादव के यहां से एक बाल मजदूर को मुक्त कराया गया था. इसी तरह 28 जुलाई, 2014 को दो , दो अगस्त को दो, 10 सितंबर को दो, 17 नवंबर को तीन, 22 दिसंबर को दो, 15 फरवरी को एक, नौ मार्च को एक, 10 मार्च को एक तथा 31 मार्च को एक बाल मजदूर को ईंट भट्ठा, चाय दुकान, गैस वेल्डिंग सेंटर, साइकिल स्टोर से मुक्त कराया गया. बाल श्रमिक के 15 नियोजकों पर अभियोजन दायर किया गया शेष पर कार्रवाई जारी हाने की बात कही गयी है.
कहते है श्रम अधीक्षक
श्रम अधीक्षक मो ज्याउल्लाह ने बताया कि कर्मचारियों की कमी के कारण कार्य थोड़ा प्रभावित है. पर, विभाग द्वारा जिले के विभिन्न होटलों, नाश्ते की दुकानों, ईंट भट्ठा आदि जगहों पर धावा दल के द्वारा छापेमारी की जा रही है. छापेमारी कार्य में तेजी लायी जायेगी.
हर जगह दिखते हैं बाल मजदूर
नगर परिषद क्षेत्र के अंतर्गत स्टेशन रोड, माल गोदाम शेड, माया राम रोड, मील रोड, एनएसी रोड, थाना रोड, मेन रोड, लोहा पट्टी, एमजी मार्ग के अलावा एनएच 31 के बेगूसराय की ओर तथा महेशखूंट, पसराहा के ढाबों में दर्जनों बाल मजदूरों से कार्य लिया जा रहा है. अगर केवल शहर की बात करें, तो स्टेशन रोड के नाश्ता,चाय की दुकानों एवं होटलों में 38 बाल मजदूर, माया राम रोड में छह, मील रोड में 12, एनएसी रोड में नौ, थाना रोड में चार, लोहापट्टी में चार, एमजी मार्ग से बलूवाही बस स्टैंड तक में 29, कचहरी रोड पर 12 तथा अनुमंडल कार्यालय में चार बाल मजदूरों से कार्य लिया जा रहा है. यह बाल श्रमिकों की वह संख्या हैं, जो हर रोज दुकानों पर काम करते हुए देखे जा रहे हैं.
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