21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

महीनों से नहीं मिला मानदेय

* मार्च 13 से बाकी है मानदेय, जिम्मेदारी टालने में लगे पदाधिकारी खगड़िया/ परबत्ता : जिले तथा प्रखंड के कई विभागों में कार्य करने की गैर जिम्मेदाराना संस्कृति के कारण प्रखंड तथा पंचायत शिक्षकों को फरवरी माह के बाद से मानदेय या नियत वेतन नहीं मिल पाया है. प्रखंड स्तर के पदाधिकारी से पूछा गया […]

* मार्च 13 से बाकी है मानदेय, जिम्मेदारी टालने में लगे पदाधिकारी

खगड़िया/ परबत्ता : जिले तथा प्रखंड के कई विभागों में कार्य करने की गैर जिम्मेदाराना संस्कृति के कारण प्रखंड तथा पंचायत शिक्षकों को फरवरी माह के बाद से मानदेय या नियत वेतन नहीं मिल पाया है. प्रखंड स्तर के पदाधिकारी से पूछा गया तो वे बतायेंगे कि जिला मुख्यालय को रिपोर्ट भेज दी गयी है.

जिला से पूछा गया तो वे राज्य से आवंटन नहीं मिलने अथवा प्रखंड द्वारा त्रुटिपूर्ण रिपोर्ट भेजने की बात कहेंगे. विगत एक वर्ष से घोषणा की जा रही है कि नियोजित शिक्षकों को बिना किसी अवरोध के सीधे उनके खाते में प्रतिमाह वेतन की राशि दी जायेगी. किंतु हाल यह है कि मध्य विद्यालयों में कार्यरत प्रखंड शिक्षकों को पिछले वित्तीय वर्ष के अंतिम माह की राशि भी अभी तक नहीं दी जा सकी है. बहरहाल इस संदर्भ में पूछने पर पता चला कि अभी भी इसमें कई पेच बांकी है.

विगत कई महीनों से सभी नियोजित शिक्षकों तथा नियोजन इकाइयों का खाता सरकार द्वारा चिह्न्ति बैंक की शाखाओं में खोला गया. तीन बार नियोजित शिक्षकों से खाते की जानकारी ली गयी. बार बार छायाप्रति ली गयी. सभी कागजातों को समेकित कर जिला भेजा गया तो जिला ने यह कह कर लौटा दिया कि नियोजन इकाई वैसे खाते का नंबर दे जिस पर अभी तक कोई लेन देन नहीं हुआ हो.

पूर्व से जिस खाते का उपयोग किया जा रहा था वह मान्य नहीं होगा. अब शिक्षा विभाग तथा नियोजन इकाई के बीच संवादहीनता का यह आलम है कि हजारों नियोजितों के नये खाते बैंक में खुल गये किंतु काफी कम संख्या के नियोजन इकाइयों का खाता नहीं खुल सका. जिले में 129 पंचायत, सात प्रखंड, दो नगर निकास तथा एक जिला परिषद नियोजन इकाई है.

पंचायत शिक्षकों को मार्च 13 तक का वेतन दे दिया गया है जबकि प्रखंड शिक्षकों का मार्च 13 से बाकी है. शीघ्र वेतन भुगतान को लेकर अपनी सक्रियता मात्र का प्रदर्शन कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री समझने वाले इन पदाधिकारियों के व्यवहार से उधार की जिंदगी जीने वाले नियोजित शिक्षकों के जीवन पर कोई सकारात्मक असर नहीं पड़ने वाला है.

फिलहाल इन नियोजित शिक्षकों को दुख दूर होना दूर की कौड़ी ही लगती है. बीइओ अखिलेश कुमार यादव ने बताया कि जिला से नियोजन इकाई के सदस्य सचिव का नया खाता खोल कर उसका नंबर मांगा गया है. इसे शीघ्र ही उपलब्ध करा दिया जायेगा. इस संबंध में डीइओ कार्यालय के डीपीओ स्थापना मुनि लाल राम ने बताया कि राशि बैंक में भेज दी गयी है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें