वेलेंटाइन : वीक के चौथे दिन यानी 10 फरवरी को दुनिया भर में टेडी डे के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है. खास कर लड़कियों को बचपन से ही गुड़ियां व खिलौने लुभाते रहते हैं. बच्चे जब छोटे होते हैं तो खिलौने तो अच्छे लगते ही हैं. लेकिन गिफ्ट करने वाले लोगों से वह भावनात्मक रूप से जुड़ जाती हैं.
बड़े होने पर लड़कियां अपने प्रेमी व पति में भी उसी भावनात्मक रिश्ते की तलाश करती है. समय के साथ बड़े हो रहे बच्चे पर वैलेंटाइन डे का सुरूर इन दिनों परवान चढ़ा हुआ है. स्थानीय बाजार के गिफ्ट हाउस में वेलेंटाइन वीक की तैयारी देखी जा सकती है. हर तरफ प्यार के रंग में रंगे हुए डिजाइनर कार्ड्स, बुके नज़र आ रहे हैं. चूंकि आज टेडी डे है तो इस मौके पर आपने कई बार अपनों को टेडी बीयर दिया होगा, लेकिन इस बार आप उन्हें खास डिजाइनर टेडी बीयर्स तोहफे में देकर उनकी खुशियों को कई गुना बढ़ा सकते हैं.
रितू कुमार व आर्चिज सहित कई कई अन्य प्रख्यात भारतीय डिजाइनर्स ने वैलेंटाइन डे के मौके पर अद्वितीय टेडी बनाने के लिए अपनी रचनात्मकता का इस्तेमाल किया है. स्थानीय गिफ्ट गैलेरी के संदीप बताते है कि प्यार के इस उत्सव पर कई कंपनी ‘मेड विद लव’ लेकर आया है, जिसमें वैलेंटाइन पॉप अप-स्टोर में डिजाइनर कलेक्शन्स का खास संग्रह पेश किया गया है. इन स्टोर से आप डिजाइनर्स द्वारा खास तौर पर डिजाइन किए गए उपहार और टेडी बीयर्स ले सकते हैं. उन्होंने बताया कि छोटे शहरों के युवा भी काफी तैयारी में कई लोगों ने हेंड मेड टेडी का आर्डर पहले ही दे दिया है.
प्रोग्राम भी हैं हटके
तिवारी टोला स्थित स्टार इवेंट के कुमार अमरज्योति ने कहा कि हम इस वेलेंटाइन्स को बेहद खास बनाने की कोशिश में जुटे हैं और इसके तहत वेलेंटाइन प्रोग्राम में हमारे कपल्स व
खास दोस्त ही मौजूद रहेंगे. उन्होंने कहा कि युवाओं के पॉकेट को ध्यान में रखते किफायती पैकेज की व्यवस्था भी की
गयी है.
जिसमें कैंडल नाइट डिनर सहित केक भी उपलब्ध रहेंगे.
क्या कहते हैं कपल्स
डीबी रोड के राजेश कहते हैं कि हम वेलेंटाइन वीक मना रहे हैं और आज है इस वीक का चौथा दिन यानी कि टेडी डे है. आजकल टेडी टीन एजर्स में बहुत पसंद किया जाता है खासतौर पर लड़कियों को यह बेहद पसंद होता है. इसलिए गर्लफ्रेंड को खुश करना हो तो टेडीबीयर बेस्ट गिफ्ट हो सकता है या फिर अपना हाल-ए-दिल बयां करना हो तब भी यह बड़े काम की चीज साबित हो सकता है. रेलवे कॉलनी की सोनिया कहती है कि टेडी तो हमे काफी पसंद है, दिक्कत फ्रेंड द्वारा गिफ्ट किये गये टेडी को वापस घर लाने में है.
मना लो अपने रुठे हमदम को
टेडी डे वेलेंटाइन वीक का एक खास दिन है, इस दिन लोग अपने किसी खास को टेडी गिफ्ट कर उन्हें अपने दिल की बात बताते हैं. अगर आप भी कहना चाहते हैं किसी से अपने दिल की बात या करना चाहते हैं किसी को खुश या फिर मनाना चाहते हैं अपनी रूठी हुई हमदम को तब देर किस बात की टेडी डे पर खरीदिए एक प्यारा सा टेडी और मना लीजिए उन्हें और कह डालिए अपने दिल की सारी बात. हालांकि इन पाश्चात्य रस्मों में सावधानी बरतने की भी आवश्यक्ता सहरसा जैसे शहरों में रहती है.
आपको मालूम है कि हमें हमारा क्यूट टेडी कैसे मिला और उसकी कहानी क्या है. हमारे इस टेडी के बनने की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है. हुआ यूं कि अमेरिका के 26वें राष्ट्रपति थेयोडोर रूजवेल्ट जब मिसीसिपी और लूसियाना के बीच चल रहे सीमा विवाद को सुलझाने के लिए जब मिसीसिपी गए तो अपने खाली समय में वे भालू के शिकार पर निकले. शिकार के दौरान उन्हें एक पेड़ से बंधा, दर्द से तड़पता हुआ घायल भालू मिला. उनके साथियों ने कहा कि वे इस भालू का शिकार कर सकते हैं लेकिन रूजवेल्ट ने यह कहते हुए मना कर दिया कि एक घायल पशु का शिकार करना शिकार के नियमों के खिलाफ है. फिर भी उन्होंने उस भालू का मारने का आदेश दिया ताकि उसे उसके दर्द और तड़प से छुटकारा मिल सके. इस घटना की अखबारों में खूब चर्चा हुई. क्लिफोर्ड बेरीमेन नामक कार्टूनिस्ट ने इस घटना पर वॉशिंगटन पोस्ट के लिए एक कार्टून भी बनाया जिसमें रूजवेल्ट को एक व्यस्क भालू के साथ दिखाया गया था. यह कार्टून उस समय बहुत चर्चित हुआ था. क्लिफोर्ड द्वारा भालू को जो रूप दिया गया वो बहुत लोकप्रिय हुआ और पसंद किया जाने लगा.
राष्ट्रपति का निकनेम था टेडी: केंडी और खिलौनो का स्टोर चलाने वाले मॉरिस मिचटॉम कार्टून वाले भालू से बहुत प्रभावित हुए. मॉरिस की पत्नी बच्चों के खिलौने बनाया करती थी. उन्होंने भालू के आकार का ही एक नया खिलौना बनाया. मॉरिस उस खिलौने को लेकर रूजवेल्ट के पास गए और उनसे खिलौने को ‘टेडी बीयर’ नाम देने की अनुमति मांगी क्योंकि ‘टेडी’ रूजवेल्ट का निकनेम था. रूजवेल्ट ने ‘हां’ कहा और इस तरह दुनिया को मिला प्यार-सा, क्यूट-सा ‘टेडी’.