कटिहार : डीएस कॉलेज स्थित एसआरएम अस्पताल में इलाज में लापरवाही पर मंगलवार की सुबह एक महिला की मौत हो गयी. जब मरीज के परिजन शव लेकर जाना चाहे, तो अस्पताल प्रबंधन ने 25 हजार रुपये की डिमांड करते हुए कहा कि जब रुपये मिलेगा तब ही शव को ले जाने देंगे. इस बात पर मृतका के परिजनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया.
हंगामा को लेकर निजी नर्सिंग होम में भीड़ इकठ्ठा हो गयी. निजी नर्सिंग होम में मरीज की मौत के बाद अस्पताल प्रबंधक शव देने से इनकार कर रहे थे. इधर, मृतका के परिजन अस्पताल प्रबंधक से बार-बार गुहार लगा रहे थे. इस बात को लेकर मरीज के गांव से काफी संख्या में लोग एकत्रित हो गये और अस्पताल परिसर में हंगामा शुरू कर दिया. काफी जद्दोजहद व स्थानीय जनप्रतिनिधि के हस्तक्षेप के बाद शव को परिजनों को सौंपा गया. हफलागंज निवासी सुमित्रा देवी को नौ जनवरी को गंभीर अवस्था में इलाज के लिए एसआरएम अस्पताल में भरती कराया गया था. हालांकि वह बीपीएल कार्डधारी थी.
परिजन अस्पताल प्रबंधन पर बार-बार बीपीएल परिवार का बता कर रियायत की मांग कर रहे थे. अस्पताल प्रबंधन ने उनकी बातों को नकारते हुए उसे वीआइपी आइसीयू में भरती कर दिया. अस्पताल प्रबंधन ने अाइसीयू का चार्ज प्रतिदिन 8000 रुपया बताया. मरीज के पुत्र शिवा पासवान ने 2000 मरीज के भरती कराने समय भुगतान किया था. तथा दो अलग-अलग किश्तों में 1800 सौ रुपया का रात में भी भुगतान कर दिया. 10 जनवरी की सुबह 5.30 मिनट पर इलाजरत महिला की मौत हो गयी. महिला की मौत उपरांत जब परिजन ने शव ले जाना चाहा तो अस्पताल प्रबधंक ने मना कर दिया.