डंडखोरा: कटिहार-बारसोई रेलखंड के गोरफर हॉल्ट से भले ही रेल प्रशासन हर साल लाखों के राजस्व की उगाही करता हो लेकिन यात्री सुविधा के नाम पर कुछ नहीं है. गोरफर हाल्ट पर किसी भी तरह की यात्री सुविधा नहीं है. यात्री टिकट लेकर घंटों फर्श पर बैठ कर ट्रेन का इंतजार करते हैं.
शौचालय, बिजली, सड़क जैसी बुनियादी सुविधा भी मयस्सर नहीं है. इस हॉल्ट से हर माह यात्री टिकट के जरिये रेलवे को 40-50 हजार रुपया राजस्व के रूप में प्राप्त होता है. सोमवार को प्रभात खबर ने इस हॉल्ट पर पहुंच कर स्थिति को नजदीक से देखा. कई यात्री सुविधा नहीं होने पर आक्रोशित भी दिखे. हॉल्ट पर महिला यात्री को काफी परेशानी उठानी पड़ती है. रात में तो अजीब स्थिति होती है. धूप-अंधेरा के बीच यात्री को ट्रेन पकड़ना पड़ता है तथा उतरने वाले यात्री कैसे अपने घर पहुंचते हैं, जबकि हॉल्ट तक आने-जाने के लिए कोई सड़क भी नहीं है.
कहते हैं यात्री
इस हॉल्ट पर सोमवार को तेलता पैसेंजर पकड़ने के लिए पहुंची पार्वती देवी, दिलीप उरांव, फूलमाला देवी, मीरा देवी, गुंजन देवी, अरुण मंडल, रवींद्र सिंह, परशुराम सिंह, अनिल कुमार व डॉ देव नारायण मंडल ने कहा कि हमलोग टिकट लेकर यात्र करते हैं. लेकिन इस हॉल्ट पर आने के लिए कोई सड़क नहीं है. शौचालय, बिजली, टेलीफोन, बैठने के लिए सीट जैसे बुनियादी सुविधा भी नहीं है. फर्श पर बैठ कर ट्रेन आने का इंतजार करते हैं.
कहते हैं हॉल्ट प्रभारी
गोरफर हॉल्ट के प्रभारी सुनील कुमार सिंह ने कहा कि हॉल्ट पर यात्री सुविधा का घोर अभाव है. यात्री लोग कभी-कभी इसको लेकर हंगामा भी करते हैं. बिजली नहीं होने से रात में यात्री को काफी परेशानी होती है.