रामपुर : प्रखंड के अमाव पंचायत के मडैचा गांव में बिजली का ट्रांसफॉर्मर जल जाने से कई माह से खराब पड़ा हुआ है, जिससे लोगों को बिजली नहीं मिल रही है. शाम होते ही पूरे गांव में अंधेरा छा जाता है. रात में गली व सड़कों से गुजरते हुए लोगों को घरों तक जाने में परेशानी होती है. ग्रामीण मदन यादव, श्यामबिहारी राम ने बताया कि शाम को महिलाओं को भोजन बनाने व बच्चों को पढ़ने के लिए ढिबरी व लालटेन पर निर्भर रहना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि उनके गांव में तो 16 केवी (किलोवाट) बिजली ट्रांसफॉर्मर भी लगा है, लेकिन तीन-चार वर्षों से खराब है. असामाजिक तत्वों द्वारा ट्रांसफॉर्मर लगी जमीन पर अतिक्रमण किया गया है. वे लोग जले हुए ट्रांसफॉर्मर को उतारने नहीं दे रहे हैं, जिस कारण उसे बदला नहीं जा पा रहा है. अगर कोई विरोध करता है, तो वे मारपीट पर उतारू हो जाते हैं.
ग्रामीण व बीडीसी सुनील यादव ने बताया कि बिजली का ट्रांसफॉर्मर जल गया था, फिर भी लोगों के पास बिजली का बिल आ रहा था. जब बिजली का उपयोग ही नहीं किया जायेगा, तो रुपये क्यों देंगे, इसलिए ग्रामीणों ने अपना कनेक्शन बंद करवा दिया. अगर बिजली विभाग द्वारा किसी भी तरह नया ट्रांसफॉर्मर लगा दिया जाता है, तो लोग फिर से अपना कनेक्शन चालू करा कर बिल देने लगेंगे. गांव के चार-पांच लोगों ने मिल कर अपने रुपये से खेतों की सिंचाई के लिए 25 केवी का ट्रांसफॉर्मर लगवाया है.
उस ट्रांसफॉर्मर का वे लोग ही करते हैं, जिन्होंने रुपये खर्च किये हैं.
आज भी मोबाइल की बैटरी चार्ज करने के लिए देने पड़ते हैं पांच से 10 रुपये
ग्रामीणों ने बताया कि अगर किसी को अपना मोबाइल को चार्ज कराना हो, तो उसे उस व्यक्ति के पास जाना पड़ता है, जिसने ट्रांसफॉर्मर लगवा रखा है. उससे गुजारिश करनी पड़ती है. अगर वह तैयार नहीं होता है, तो फिर चेनारी, सबार या बेलाव जाकर पांच से दस रुपये देकर मोबाइल चार्ज कराना पड़ता है. बिजली नहीं रहने से बहुत परेशानी उठानी पड़ रही है.