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जनवरी से ऑनलाइन पास होंगे मकानों के नक्शे

नगर पर्षद में एक जनवरी से नहीं लिये जायेंगे ऑफलाइन आवेदन शहरवासियों को नहीं लगाना पड़ेगा कार्यालय का चक्कर भभुआ सदर : अब कुछ ही दिन शेष रह गये हैं जब शहरवासियों को अपने सपनों का महल बनाने के लिए नगर पर्षद भभुआ कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा और न ही इन्हें बाबुओं के […]

नगर पर्षद में एक जनवरी से नहीं लिये जायेंगे ऑफलाइन आवेदन

शहरवासियों को नहीं लगाना पड़ेगा कार्यालय का चक्कर
भभुआ सदर : अब कुछ ही दिन शेष रह गये हैं जब शहरवासियों को अपने सपनों का महल बनाने के लिए नगर पर्षद भभुआ कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा और न ही इन्हें बाबुओं के चक्कर लगाने की जरूरत पड़ेगी़ सरकार साल 2017 के पहली जनवरी से भभुआ नगर पर्षद में इ-म्यूनिसप्लिटी योजना लाने जा रही है, जिसके तहत अब शहर में मकान बनवाने के लिए नक्शा ऑफलाइन नहीं बल्कि ऑनलाइन पास होगा. इसका मतलब एक जनवरी से नप में सिर्फ ऑनलाइन नक्शा के लिए ही आवेदन लिया जायेगा और किसी भी सूरत में मकान का नक्शा पास कराने के लिए ऑफलाइन आवेदन स्वीकृत नहीं किया जायेगा. सरकार एक जनवरी से इ-म्यूनिसप्लिटी योजना को लागू करते ही नप कार्यालय में मकान व बिल्डिंग बाइलाज के अनुसार इसे निर्धारित समयसीमा मेंके अंदर दो माह के अंदर स्वीकृत या अस्वीकृत कर दिया जायेगा.
गौरतलब है कि 25 वार्डों वाले भभुआ नगर पर्षद क्षेत्र की आबादी पिछले 10 सालों में काफी तेजी से बढ़ी है. आबादी बढ़ने के साथ मकानों और बिल्डिंग की संख्या में भी काफी इजाफा हुआ है लेकिन, जिस प्रकार से शहर के सभी स्थानों पर बिना नियम कायदे और नक्शा पास कराये बिना मकान बनाये गये हैं उसे देखने से पता चलता है कि अधिकतर मकान बनाने में या तो नप के द्वारा या फिर मकान की स्वामी द्वारा नक्शे की अहमियत नहीं दी जा सकी है क्योंकि, शहर में बने अधिकतर मकान बिना नियम कायदे व सुरक्षा मानकों का पालन किये गये बनाये गये हैं. नगर पर्षद के अनुमति और बिना नक्शा पास कराये जैसे-तैसे बनाये गये अधिकतर मकानों के बन जाने से शहर की नाली और सड़क व्यवस्था बदहाल हो चुकी है. वहीं कई स्थानों पर तो अवैध निर्माण से कई पुराने रास्ते जिसे शहर के लोग शार्टकट के रुप से इस्तेमाल करते थे. वह रास्ते अतिक्रमण या अवैध निर्माण करा लेने से हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं. ई-निक्शा से बेतरह बन रहे मकानों पर कुछ हद तक लगाम लग सकेगा.

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