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नहीं हो पायेगा पशुओं का टीकाकरण व इलाज
स्थायी पशुपालन अधिकारी न होने से गड़बड़ायी स्थिति नवंबर में कैंप लगा कर पशुओं की करनी थी जांच भभुआ शहर. पशुपालन विभाग द्वारा सूबे के सभी जिलों में नवंबर माह में जो कार्यक्रम तय किये गये हैं उनमें भेड़ बकरी में होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिये टीकाकरण व पशुओं में होने वाले बांझपन […]
स्थायी पशुपालन अधिकारी न होने से गड़बड़ायी स्थिति
नवंबर में कैंप लगा कर पशुओं की करनी थी जांच
भभुआ शहर. पशुपालन विभाग द्वारा सूबे के सभी जिलों में नवंबर माह में जो कार्यक्रम तय किये गये हैं उनमें भेड़ बकरी में होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिये टीकाकरण व पशुओं में होने वाले बांझपन के इलाज के लिए कैंप लगाये जाने हैं. बावजूद विभाग अभी तक उक्त कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने में पूरी तरह असमर्थ है.
जानकारी के अनुसार जो कार्यक्रम प्रदेश द्वारा तय किये गये हैं उन कार्यक्रमों के निमित जिले के सभी प्रखंडों की बैठक कर एक कार्ययोजना बनाने के उपरांत इस कार्यक्रम को करना होगा. विभाग में जिला पशुपालन पदाधिकारी का पद रिक्त होने व किसी अन्य पदाधिकारी को प्रभार नहीं दिये जाने से योजनाओं को संचालित कराने में कई कठिनाइयां आ रही हैं. इसके चलते उक्त कर्यक्रम को कर पाना संभव नहीं है.
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