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लेट आने वाले दो शिक्षा कर्मियों से स्पष्टीकरण
डीएम ने प्रखंड मुख्यालय स्थित सात विभागों का किया निरीक्षण जल जमाव देख भड़के डीएम, बिल्डिंग मरम्मत कराने को कहा मोहनिया(सदर) : बुधवार को प्रखंड मुख्यालय पहुंचे जिलाधिकारी राजेश्वर प्रसाद ने मुख्यालय स्थित सभी सात विभागों से जुड़े कागजातों की जांच करते हुए कई दिशा-निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिया. 11:35 बजे डीएम प्रखंड प्रमुख रिंकी […]
डीएम ने प्रखंड मुख्यालय स्थित सात विभागों का किया निरीक्षण
जल जमाव देख भड़के डीएम, बिल्डिंग मरम्मत कराने को कहा
मोहनिया(सदर) : बुधवार को प्रखंड मुख्यालय पहुंचे जिलाधिकारी राजेश्वर प्रसाद ने मुख्यालय स्थित सभी सात विभागों से जुड़े कागजातों की जांच करते हुए कई दिशा-निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिया.
11:35 बजे डीएम प्रखंड प्रमुख रिंकी देवी के कार्यालय पहुंचे और वहां मिलने वाले लोगों के बैठने और पानी की व्यवस्था करानें का निर्देश दिया. इसके बाद दूसरे तल पर स्थित मनरेगा भवन कार्यालय 11:42 पर पहुंचे. कार्यक्रम पदाधिकारी का कक्ष देख डीएम ने उसकी सफाई व रंग रोगन कराने का आदेश दिया. पीओ संजय कुमार से पूछा कि यह किस विभाग का भवन है, जिसमें आप का कार्यालय चलता है. पीओ ने बताया कि यह ट्राइसेन भवन है. इसपर डीएम ने पूछा मनरेगा भवन कहां है. पीओ ने भवन की ओर इशारा किया.
डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए पूछा कि यह अधूरा क्यों है. इस पर पीओ ने बताया कि इसका निर्माण कराने वाले संवेदक द्वारा बड़े पैमाने पर अनियमितता बरते जाने की शिकायत की गयी थी. जांच में मामला सही पाये जाने पर वरीय पदाधिकारी द्वारा निर्माण पर रोक लगा दी गयी थी. यह वर्ष 2014-15 में स्वीकृत हुआ था. जमीन पर रखें कागजातों पर नजर पड़ते ही डीएम ने उसे सुव्यवस्थित रखने का आदेश देते हुए मनरेगा भवन का निर्माण कार्य शुरू कराने का निर्देश दिया. 11:57 पर डीएम बाल विकास परियोजना कार्यालय पहुंचे और सीडीपीओ मीरा कुमारी को यह निर्देश दिया कि प्रखंड के सभी 175 आंगनबाड़ी केंद्रों पर निर्धारित मानक के अनुसार कुपोषित बच्चों व गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार मिलना चाहिए. कार्यालय की दीवार व छतों मे पड़ी दरार को देखते ही डीएम ने कहा यह तो काफी खतरनाक है. प्लास्टर टूट कर गिर रहे हैं.
किसी को भी चोट आ सकती है. इसका मरम्मत जल्द कराया जाये. वहां से निकलने के बाद 12:06 पर डीएम की नजर प्रखंड प्रांगण में बने सरकारी आवासों के अगल-बगल जलजमाव देखकर नाराजगी जतायी. बीडीओ ने बताया कि 28 लाख का बजट बनाकर जिला को भेजा गया है लेकिन यह नगर पंचायत मे आने की वजह से मंजूरी नहीं मिली. इस पर डीएम ने कहा नगर पंचायत को सरकार पैसा देती है. वह क्यों नहीं पानी निकासी की व्यवस्था करती है. 12:14 पर डीएम संकुल संसाधन केंद्र पहुंचे. वहां की स्थिति जानी.
दूसरे तल पर स्थित मूक बधिर बच्चों को शिक्षण देने वाले कक्ष मे पहुचें तो वहां कार्यरत कर्मियों की लेट लतीफी व मनमानी देख डीएम आग बबूला हो गये. लेट आने वाले एक कर्मी सहित बिना सूचना के अनुपस्थित रहने वाले से स्पष्टीकरण पूछने का आदेश बीइओ को दिया. 12:28 पर डीएम कृषि भवन व 12:38 पर डीएम अवर निबंधन कार्यालय पहुचे. 12:56 पर डीएम प्रखंड कार्यालय व अंचल कार्यालय का शाम तक निरीक्षण करते रहे.
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