भभुआ (नगर) : शुक्रवार को केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ भाकपा माले की जिला इकाई ने समाहरणालय के समक्ष धरना दिया. इसकी अध्यक्षता भाकपा माले के जिला सचिव विजय यादव ने की व नेतृत्व कार्यालय सचिव मोरध्वज सिंह ने किया.
सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि जिस तरह 1975 में भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी थोप कर देश के सारे लोकतांत्रिक अधिकार छिन लिया था और सरकार के विरोध में आवाज उठानेवाले नेताओं को जेल में डाल दिया गया था. ठीक उसी तरह की स्थिति आज 40 साल बाद नरेंद्र मोदी की सरकार में बनती नजर आ रही है. इमरजेंसी की धमक एक बार फिर सुनाई दे रही है.
किसानों का अधिकार छिन कर उनके खेतों को कॉरपोरेट घरानों को औने-पौने दामों पर पर दिया जा रहा है. सरकार की कैबिनेट हम की जगह मैं में समाहित हो चुकी हैं. पूरे देश में केंद्र सरकार के जनविरोधी कदम के विरोध स्वरूप पूरे देश में धरना आयोजित किया गया. यह धरना भाकपा माले और एआइपीएफ की ओर से दिया गया. धरने में का बलिराम प्रसाद, लूटावन बिंद, रामायण सिंह व बजरंगी बिंद आदि लोग शामिल थे.
* मैजिक वाहन चालक भी धरने में रहे शामिल : शहर के मैजिक वाहन चालक भी शुक्रवार को समाहरणालय गेट पर अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे रहे. ऑटो चालकों ने आरोप लगाया कि प्रशासन द्वारा मैजिक वाहन चालकों के शहर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया, जिससे मैजिक वाहन चालक अपनी रोजी-रोटी को लेकर काफी परेशान हैं. धरने में योगेंद्र पांडेय, मदन कुमार राम, नंद लाल राम व कलीम अंसारी आदि शामिल थे.