भभुआ (नगर) : सावन के खत्म होते ही मांस–मछली खानेवाले लोगों की भीड़ चिकेन और मटन की दुकानों में दिखने लगी है. लेकिन, इस वर्ष सावन के बाद मनने वाली पार्टी एवं ननवेज खाने वाले लोगो का स्वाद फीका हो गया है.
प्याज कि आसमान छूती कीमत ने लोगों का जायका खराब कर दिया. सावन खत्म होने के एक दिन पहले से ही चिकेन और मटन की जगह प्याज कि बढी कीमत लोगों के जुबान पर है. पार्टी कि तैयारी हो रही है तो प्याज का बोझ उठाने के लिए कम लोग ही तैयार हो रहे है.
ननवेज खाने में बगैर प्याज के लजीज स्वाद कि कल्पना बेमानी है. इसके बावजूद लोग प्याज की आसमान छूती कीमत के सामने ननवेज खाने में प्याज कि मात्र कम करने का जुगाड़ लगा रहे हैं, लेकिन बात यही खत्म नहीं हो जाती लोग अपने स्वाद पर हमला को बरदाश्त नहीं कर पा रहे हैं और इसकी भड़ास सरकार पर निकाल रहे हैं.
कभी प्याज कि बढ़ी कीमत के कारण अटल बिहारी की सरकार में कई राज्यों कि चुनाव में भाजपा को मुंह की खानी पड़ी थी. कही एक बार फिर यह प्याज वर्तमान सरकार को भी रोने पर मजबूर नहीं कर दे. भभुआ के बाजार में 70 से 80 किलो प्याज चिकेन और मटन की कीमत अधिक बढ़ गयी है.