पुलिस ने जांच के दौरान सुलझाया मामला, दो गिरफ्तार
भभुआ (कार्यालय) : उत्तर प्रदेश चकिया के स्वर्ण व्यवसायी मनीष रस्तोगी की 26 अप्रैल को लूट के बाद हत्या करनेवाले सभी अपराधी कैमूर जिले के हैं. उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले की पुलिस इस मामले की जांच पूरी कर चुकी है. इस मामले में चंदौली की पुलिस ने भभुआ पुलिस के सहयोग से दो अपराधियों को गिरफ्तार भी कर लिया है.
गौरतलब है कि 25 अप्रैल को मनीष रस्तोगी नामक स्वर्ण व्यवसायी बनारस से जेवरात खरीद कर अपने गांव चकिया थाने के सिकंदरपुर लौट रहा था. इसी क्रम में पहले से घात लगा कर बैठे अपराधियों ने हथियार के दम पर टाटा नैनो से आ रहे व्यवसायी को अपने साथ चलने के लिए कहा.
स्वर्ण व्यवसायी मनीष, उनके चालक व दोस्त को गाड़ी सहित अपहरण कर कैमूर जिले भभुआ अंतर्गत मनीहारी के नखतौल ले गये. जहां व्यवसायी की गोली मार दी व जेवरात लूट लिये. इसके बाद चालक को उक्त व्यवसायी के साथ वापस लौटने को कहा. जब दोनों स्वर्ण व्यवसायी को लेकर चकिया पहुंचे, तो अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
चंदौली जिले के चकिया थाने के प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार सिंह ने बताया कि मामले का उद्भेदन मोबाइल को सर्विलांस पर रखने से हुआ. इस घटना का मास्टर माइंड बिष्णु कनौजिया है, जो दुर्गावती थाने के मनिहारी का रहनेवाला है. वह अपहरण व हत्या के कई मामलों में संलिप्त रहा है.
उन्होंने बताया कि भभुआ थाने के गोड़हन निवासी फूलचंद राम ने व्यवसायी को गोली मारी थी. पुलिस को उसकी भी अपहरण व हत्या मामलों में तलाश थी. इस मामले में दरौली के रामानंद राम, कुड़ासन में शिक्षक के पद पर कार्यरत पप्पु राम, सिवों के मनोज राम, टुन्ना गोड़हन के राधेश्याम कुशवाहा व पुसौली के प्रदीप राम की संलिप्तता पायी गयी है.
चकिया पुलिस ने त्वरित कारवाई करते हुए व्यवसायी को गोली मारनेवाले अपराधी फूलचंद राम उर्फ पल्टू व प्रदीप राम को गिरफ्तार कर लिया है. बाकी छह अपराधी फरार चल रहे हैं. उत्तर प्रदेश की पुलिस फूलचंद उर्फ प्लटू पर इनाम भी घोषित कर चुकी थी.