जहानाबाद : जिले के काको प्रखंड मुख्यालय स्थित मंडल कारा में विधि -व्यवस्था के मद्देनजर औचक छापेमारी की गयी. अपराह्न तीन बजे से चार बजे तक जेल के वार्डों और सेल की तलाशी ली गयी. जिसमें विभिन्न कंपनियों के सिम लगे पांच मोबाइल फोन जब्त किये गये. इस संबंध में प्रभारी काराधीक्षक संजय कुमार ने […]
जहानाबाद : जिले के काको प्रखंड मुख्यालय स्थित मंडल कारा में विधि -व्यवस्था के मद्देनजर औचक छापेमारी की गयी. अपराह्न तीन बजे से चार बजे तक जेल के वार्डों और सेल की तलाशी ली गयी. जिसमें विभिन्न कंपनियों के सिम लगे पांच मोबाइल फोन जब्त किये गये. इस संबंध में प्रभारी काराधीक्षक संजय कुमार ने काको थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. दो मोबाइल फोन उस कैदी के पास से मिला है जो हत्याकांड का आरोपित है.
प्राप्त खबर के अनुसार प्रभारी जेल सुपरिटेंडेंट के नेतृत्व में कक्षपालों ने वार्डों की तलाशी शुरू की. इस दौरान वार्ड संख्या 17 से हत्याकांड के आरोपित तिजु यादव के पास से दो मोबाइल फोन जब्त किये गये. निरीक्षण के क्रम में ही इसी वार्ड के शौचालय के नजदीक खिड़की पर रखा हुआ मोबाइल फोन जब्त किया गया. वार्ड संख्या 20 के दरवाजे के नजदीक पूर्वी खिड़की पर रखे दो मोबाइल फोन जब्त किये गये. छापेमारी करीब एक घंटे तक चली, जिसके बाद जब्ती सूची बनायी गयी और काको थाने में एफआइआर दर्ज करायी गयी.
जेल में कैसे पहुंचा मोबाइल फोन:
लंबे समय से सुर्खियों में रहने वाला जिला जेल में मोबाइल फोन कैसे पहुंचा यह गंभीर मसला है. यह जांच का विषय माना जा रहा है. कहा जाता है कि मुलाकातियों को सख्त चेकिंग करने के बाद बंदियों से मिलने की इजाजत दी जाती है. इसके बावजूद भी जेल में मोबाइल फोन का पहुंच जाना गंभीर विषय है. पूर्व के वर्षों में जहानाबाद जिला जेल में लापरवाही के कारण बड़ी घटना हो चुकी है. जेल ब्रेक कांड जैसी घटना का गवाह जहानाबाद रह चुका है. इसके बावजूद भी आपत्तिजनक सामान जेल में मिलना कहीं न कहीं से कारा प्रशासन की लापरवाही का द्योतक माना जा रहा है. कुछ दिन पूर्व भी औचक तलाशी के दौरान जेल में मोबाइल का चार्जर जब्त किया गया था.