किसानों को नहीं मिल रहा साइफन का लाभनेनुआ नाला में करोड़ों की लागत से बना है साइफन वंशी(अरवल). प्रखंड क्षेत्र के नेनुआ नाला में साइफन का निर्माण करोड़ों रुपये की लागत से करवायी गयी है. लेकिन इसका लाभ किसानों को नहीं मिल पा रहा है. ग्रामीणों के काफी प्रयास के बाद इस साइफन का निर्माण इस वर्ष हाल ही के दिनों में हुआ है. साइफन के निर्माण से सोनभद्र वंशी सूर्यपुर प्रखंड के दर्जनों गांव के किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलेगी. प्रखंड क्षेत्र के मोगलापुर, दनियाला, किशुनपुर, गंगापुर, रैनाथ, कोनी समेत दर्जनों गांव जो पुनपुर नदी से घिरा हुआ है, जिसे टापु का गांव कहा जाता है. इसके कारण खेतों की सिंचाई के लिए डीजल पंपसेट ही मात्र एक सहारा है. वैसे तीन दशक पूर्व दर्जनों स्थान पर जगदेव प्रसाद बाबू के कृपा से टयूवबेल लगाया गया था. लेकिन इस क्षेत्र में बिजली की स्थिति अच्छी नहीं रहने से ऐसा गायब हुई कि टयूबबेल कहां गया यह स्पष्ट रूप से कोई नहीं जानता. किसानों की समस्याओं को देखते हुए वर्ष 1992 में तत्कालिन मुख्यमंत्री नेनुआ नाला पहुंचे और साइफन निर्माण की आधारशीला रखी थी. उसके बाद सरकार गहरी नींद में सो गयी.किसानों ने फिर से साइफन निर्माण के लिए आंदोलन भी शुरू किया तब जाकर निर्माण कार्य शुरू हुआ. सभी पाये का निर्माण के साथ ही दो पाये के उपर ढलाई भी हो गयी. उसके बाद जो काम बंद हुआ सो दुबारा प्रारंभ नहीं हो सका. इसके लिए किसानों ने कई बारआवाज उठायी . बीस वर्ष बीतने के बाद किसानों को आशा जगी. नवंबर 2011 को प्रदेश के मुख्यमंत्री नेनुआ नाला पहुंचे वहां संबंधित विभाग के मंत्री, सचिव व क्षेत्र के किसानों से बातचीत की . इसके बाद साइफन निर्माण का काम हुआ, लेकिन इसका लाभ किसानों को नहीं मिल रहा है.
किसानों को नहीं मिल रहा साइफन का लाभ
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