जहानाबाद : नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी नरेंद्र नाथ के रवैये से मुख्य पार्षद व पार्षदों में काफी नाराजगी है. कार्यपालक पदाधिकारी ने बोर्ड की सहमति के बगैर और बिना निविदा के ही लाखों रुपये के गैर जरूरी उपकरणों की खरीदारी कर ली. इतना ही नहीं उपकरणों के वास्तविक दाम से 10 से 15 गुणा अधिक राशि की निकासी भी कर ली.
इस हेराफेरी के खेल में कार्यपालक पदाधिकारी ने सरकारी रुपयों की जम कर लूट की. उक्त आरोप नगर पर्षद की मुख्य पार्षद देवकली देवी ने लगाया है. उन्होंने कहा कि उपकरणों की खरीदारी मनमाने तरीके से की गयी है. जरूरी कार्यो को ताक पर रख कर लूट का खेल खेला गया. महज चार से पांच हजार वाले मेटल कंटेनर 28 हजार रुपये में, तीन से चार हजार रुपये का ठेला 99 सौ रुपये में, दो से तीन हजार का डस्टबीन 17 हजार आठ सौ रुपये में, तीन से चार हजार का पोल माउंटेड बीम 18 हजार आठ सौ रुपये में, वहीं पांच से छह लाख रुपये का चलंत शौचालय 18 लाख 71 हजार रुपये में बगैर किसी सहमति के खरीदी गयी. उन्होंने कहा कि जिले के तमाम अधिकारी जिला मुख्यालय में रहते हैं.
परंतु नप के कार्यपालक पदाधिकारी हर रोज हटिया-पटना एक्सप्रेस से 12:30 बजे आते हैं. इसकी जांच उनके मोबाइल के टावर लोकेशन से की जा सकती है और सबसे बड़ी दुर्भाग्य की बात यह है कि कार्यपालक पदाधिकारी नगर पर्षद के दफ्तर में विगत एक माह से बैठ ही नहीं रहे हैं. वे सर्किट हाउस या समाहरणालय से ही फाइलों को मनमाने तरीके से निबटा रहे हैं. सरकारी रुपयों की हो रही लूट से नाराज पार्षदों का जत्था मुख्य पार्षद के नेतृत्व में आज डीएम से मिला और कार्यपालक पदाधिकारी पर कई तरह की आरोपों को लगाते हुए मामले की जांच निगरानी से कराने की मांग की.