जहानाबाद : डीएम आलोक रंजन घोष ने बहानेबाज कर्मियों से निपटने का भी विकल्प ढूंढ निकाला है. दरअसल चुनाव के वक्त कई कर्मी बीमार और लाचार होने का हवाला देकर मतदान कार्य से बचना चाहते हैं. इस दफा भी कई कर्मियों ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर आवेदन दे रखा है. इस बार मेडिकल सर्टिफिकेट […]
जहानाबाद : डीएम आलोक रंजन घोष ने बहानेबाज कर्मियों से निपटने का भी विकल्प ढूंढ निकाला है. दरअसल चुनाव के वक्त कई कर्मी बीमार और लाचार होने का हवाला देकर मतदान कार्य से बचना चाहते हैं. इस दफा भी कई कर्मियों ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर आवेदन दे रखा है. इस बार मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
जिला प्रशासन ने एक मार्च को सदर अस्पताल जहानाबाद असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी जहानाबाद के देख-रेख में आवेदन कर्मियों के स्वास्थ्य की जांच होगी. उनके मंतव्य के अनुसार ही निर्वाचन कार्य से उन्हें मुक्त रखा जायेगा. कार्मिक कोषांग में बीमार कर्मियों का आवेदन प्राप्त किया जा रहा है. डीएम ने सभी बीमार एवं अस्वस्थ आवेदन कर्मियों को निर्देश दिया कि वे अपना स्वास्थ्य की जांच निर्धारित तिथि को उपस्थित होकर कराना सुनिश्चित करें.
बाद में किसी भी तरह की बहानेबाजी नहीं चलेगी.
सभी उम्मीदवारों के कागजात वैध
जहानाबाद : विधानसभा उपचुनाव में मंगलवार को नामांकन का आखिरी दिन था. बुधवार को नामांकन करने वाले सभी उम्मीदवारों के कागजात की जांच कर स्क्रूटनी की गयी. चुनाव में खड़े सभी 14 उम्मीदवारों के कागजात वैध करा दिये गये. अब नामांकन करने वाले उम्मीदवार 23 फरवरी तक अपना नाम वापस ले सकेंगे. फिलहाल किसी भी प्रत्याशी के नाम वापसी की चर्चा नहीं है.
उक्त आशय की जानकारी देते हुए निर्वाची पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी परितोष कुमार ने कहा कि चुनाव मैदान में खड़े सभी उम्मीदवारों के कागजात सही पाये गये हैं. चुनाव में जदयू, राजद, शिवसेना, माले, क्रांतिकारी विकास दल, शोषित समाज दल समेत कई निर्दलीय उम्मीदवारों ने नामांकन किया है.