जहानाबाद सदर. राज्य में शराबबंदी के काला कानून के सबसे पहले शिकार जहानाबाद के पेंटर मांझी और मस्तान मांझी को 5-5 साल कैद एवं एक-एक लाख रुपये जुर्माना के खिलाफ भाकपा-माले ने स्थानीय काको मोड़ पर सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया. इससे पहले माले कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय से प्रतिवाद मार्च निकाला, जो शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए काको मोड़ पर पहुंचा.
वहां सीएम का पुतला दहन किया गया. नेताओं ने कहा कि नीतीश सरकार जान-बूझ कर शराबबंदी कानून के बहाने दलितों पर बर्बर उत्पीड़न कर रही है. 45000 से ज्यादा गरीब को शराबबंदी के काले कानून के तहत फंसाया गया है. गरीबों को फर्जी मुकदमे में फंसा सजा दिलाने में तत्परता दिखानेवाला प्रशासन आये दिन जहानाबाद में हुई भीषण बैंक डकैती, हत्या, शहर की दुकानों एवं घरों में डाका, बलात्कार आदि घटनाओं को अंजाम देने वाला अपराधियों के समक्ष और लाचार क्यों बना हुआ है.