जमुई : बीते शनिवार दोपहर पुलिस प्रशासन द्वारा जमुई जेल में अचानक किये गये छापेमारी में पुलिस को एक डायरी, मोबाइल सहित कई आपत्तिजनक सामान की बरामदगी हुई है. सूत्रों की मानें तो प्रशासन को जेल में किसी तरह की गड़बड़ी की सूचना मिली थी तभी आनन-फानन में पुलिस अधीक्षक जयंतकांत के नेतृत्व में कई पुलिस पदाधिकारी ने घंटों छापेमारी कर उक्त सामाग्री को बरामद किया है. जिसकी पुष्टि कारा अधीक्षक राकेश कुमार ने भी की. बताते चलें कि जमुई मंडल कारा में कई कुख्यात अपराधी के साथ नक्सली नेता बड़का सुनील, रीना कोड़ा, सुनीता मरांडी सहित कई हार्डकोर नक्सली भी बंद है.
छापेमारी के दौरान जेल से बरामद डायरी में कंप्यूटर के सभी उपकरण के बाबत पूरी जानकारी व इसके आपरेट करने की विधि के बाबत भी विस्तृत चर्चा किया हुआ है. जो कई अहम सवाल भी खड़ा कर रहा है. जेल से बरामद डायरी को खगालने तथा उसमें चर्चा किये गये बातों के बाबत प्रशासन जांच-पड़ताल में जुट गयी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रशासन जेल में टैब, स्मार्टफोन सहित संचार आदान-प्रदान के कई तरह के उपकरण संचालित होने के बाबत भी आशंका व्यक्त करने लगी है.
सूत्रों की मानें तो माओबादी संगठन के कुछ अहम सदस्यों के जेल में बंद रहने को लेकर नक्सली संगठन भी काफी चिंतित है. नक्सली झारखंड प्रदेश के गिरीडीह जेल में बंद अपने संगठन के सदस्य प्रवेश दा को छुड़ाने को लेकर काफी जहमत उठाने का काम भी किया था. जिसमें संगठन को सफलता भी मिली है. इस बाबत कारा अधीक्षक राकेश कुमार बताते हैं कि छापेमारी में आपत्तिजनक सामग्री की बरामदगी सुरक्षा में चूक है. इसे लेकर छानबीन जारी है. बताया कि वर्तमान में जेल में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था किया गया है.