भाकपा माओवादी संगठन द्वारा घोषित बंदी दूसरे दिन भी रहा असरदार
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बंदी. दूसरे दिन भी नक्सलियों ने दर्ज करायी अपनी उपस्थिति, घरों में दुबके रहे लोग
भाकपा माओवादी संगठन द्वारा घोषित बंदी दूसरे दिन भी रहा असरदार जिला के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सड़क पर छायी रही वीरानगी,दुकान को बंद रख कर व्यवसायी घर में रहे दुबके प्रभात खबर टोली / जुमई : माओवादी द्वारा घोषित दो दिवसीय बंदी का जिला में व्यापक असर दिखा. लोग अपनी दुकान व प्रतिष्ठान को […]
जिला के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सड़क पर छायी रही वीरानगी,दुकान को बंद रख कर व्यवसायी घर में रहे दुबके
प्रभात खबर टोली / जुमई : माओवादी द्वारा घोषित दो दिवसीय बंदी का जिला में व्यापक असर दिखा. लोग अपनी दुकान व प्रतिष्ठान को बंद रख कर घर में ही रहना मुनासिब समझे.
जिला के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में बंदी को लेकर सरकारी कार्यालय भी बंद रहा. सोनो प्रतिनिधि के अनुसार बंदी के दूसरे दिन मंगलवार को प्रखंड क्षेत्र में दिन भर सन्नाटा पसरा रहा़ पूरे क्षेत्र में बंदी का व्यापक असर देखा गया़ प्रखंड कार्यालय सहित तमाम सरकारी दफ्तरों में दूसरे दिन भी ताला लटका रहा. प्रखंड कार्यालय परिसर पूरी तरह सन्नाटे में डूबा रहा़ स्थानीय सभी बैंक सहित अन्य वित्तीय संस्थान भी बंदी की चपेट में थे़
बाजार की लगभग सभी दुकानें बंद थी़ व्यवसायी अपनी दुकान बंद कर ताश खेलते नजर आये़ सड़को पर वाहन का आवागमन नही के बराबर था़ चौक, बाजार, प्रखंड कार्यालय सहित सभी जगहों पर सन्नाटा था़ बंदी की जानकारी को लेकर मंगलवार को वैसे भी काफी कम लोग अपने घर से निकले़ पहले दिन भी यहां बंदी का व्यापक असर था.
खैरा प्रतिनिधि के अनुसार माओवादियों द्वारा दो दिवसीय बंद के दूसरे दिन मंगलवार को भी थाना क्षेत्र के दक्षिणी इलाके में व्यापक असर देखने को मिला. प्रखंड मुख्यालय स्थित बीडीओ के अलावे अधिकतर कार्यालयों में ताला लटका मिला. बड़ीबाग -गढ़ी मार्ग पर वाहनों का परिचालन पूरी तरह से ठप रहा तो इलाके के कुरबाताड़,दरिमा,गढ़ी व बड़ीबाग चौक पर दुकानों में ताला लटका मिला. माओवादी बंद को लेकर लोग दहशत में नजर आए. इधर बंद को लेकर इलाके में सीआरपीएफ व एसएसबी के जवानों ने सर्च अभियान चलाया जा रहा
चकाई/चंद्रमंडीह प्रतिनिधि के अनुसार नक्सलियों द्वारा की गई दो दिवसीय बंद को लेकर प्रखंड में व्यापक असर देखा गया़ इस दौरान बामदह, बिराजपुर, माधोपुर, बासुकिटाड़, चकाई, दुलमपुर, बिचकोडवा, सरोन आदि बाजार पूरी तरह बंद रही़ सरकारी एवं गैर सरकारी सस्थानो में दिनभर ताले लटके रहे़ वही बंद के दौरान पुलिस कही नजर भी नही आई़ दूर दराज से आये यात्रियों को वाहन नही मिलने पर भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा़
झाझा प्रतिनिधि के अनुसार भाकपा माओवादी के शीर्ष नेता चिराग दा के मारे जाने के विरोध में नक्सलियों द्वारा आहूत दो दिनों का पूर्व घोषित बंदी का असर झाझा नगर एवं प्रखड में दिखा. सड़कों पर आवागमन काफी कम था तो रेल परिचालन अन्य दिनों की तरह सामान्य देखा गया. अंचल प्रखंड कार्यालय खुले तो थे लेकिन अन्य दिनों की तरह लोगों का एना जाना कम था. नगर क्षेत्र की सभी छोटी बड़ी प्रतिस्थानें बंद रहे वही प्रखंड क्षेत्र के बोडवा, करहरा, केशोपुर समेत कई जगहों का बाजार बंद देखा गया. बंदी के दौरान झाझा पुलिस को लगातार गश्ती करते देखा गया़
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