सोनो : आखिर नक्सलियों का मोबाइल टावर से भला क्या दुश्मनी रहती है.यह सवाल आम लोगों के जेहन में हर घटना के बाद आती है. दरअसल नक्सलियों के खिलाफ पुलिस द्वारा चलाये जा रहे अभियान में मोबाइल टावर का बड़ा अहम योगदान है.जिसे नक्सली भली भांति जानते है. हालांकि दूरस्थ इलाके में स्थित टावर से नक्सलियों को मोबाइल से बात करने में सुविधा भी प्रदान करती है.
परंतु नक्सलियों द्वारा बात किये जाने से टावर लोकेशन व अन्य कई प्रकार की जानकारी पुलिस आसानी से प्राप्त भी कर लेती है़ नक्सलियों को लगता है कि इन इलाकों में मोबाइल टावर उनके लिए घाटे का सौदा है. लिहाजा वे जब चाहते हैं मोबाइल टावर को क्षतिग्रस्त कर देते है़ दूसरी बात यह भी है कि अपनी उपस्थिति दर्ज करने व सरकार का विरोध करने का यह आसान तरीका है. जिसमें आम लोगों को बिना नुकसान पहुंचाये.नक्सली घटना को आसानी से अंजाम देकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं.